चौथी पारी में 378 रन बनाना है। कुछ साल पहले अगर यह कोई कहता तो एक ही शब्द दिमाग में सबसे पहले आता, 'लगभग असंभव' लेकिन यह एक नए युग की शुरुआत है, जहां टेस्ट क्रिकेट में रूट बेयरस्टो से तेज़ खेलते हैं, जहां टीम ड्रॉ को कोई विकल्प नहीं मानती, वह जीत या हार के लिए खेलना चाहती है। कमाल का रहा यह मैच, दोनों टीमों ने शानदार खेल दिखाया लेकिन रूट और बेयरस्टो की बल्लेबाज़ी के सामने भारतीय टीम की आक्रामक गेंदबाज़ी का रंग फीका पड़ गया।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट और जॉनी बेयरेस्टो के शतकों के कारण भारतीय टीम को एजबेस्टन में हार का स्वाद चखना पड़ा है। 378 रनों का पीछा करने वाली इंग्लैंड की टीम ने सिर्फ 3 विकेट गंवाए।
107 रनों पर आखिरी विकेट गंवाने वाली इंग्लैंड ने इसके बाद कोई भी विकेट नहीं गंवाया और जो रूट (142*) और जॉनी बेयरेस्टो (114*) के शतकों से सीरीज को 2-2 से बराबर कर लिया। मगंलवार को इंग्लैंड ने 378 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए तीन विकेट पर 259 रन से आगे खेलना शुरू किया और तीन विकेट पर 378 रन बनाकर ऐतिहासिक जीत अपने नाम की।
भारत ने दूसरी पारी में 245 रन बनाये और मेजबान टीम के सामने जीत के लिए 378 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने चायकाल तक एक विकेट खोकर 107 रन बना लिए थे जिसने टीम को विजयी आधार दे दिया। इंग्लैंड ने दो रन के अंतराल में तीन विकेट गंवाए। तीसरा विकेट 109 रन के स्कोर पर गिरने के बाद रुट और बेयरस्टो ने कल चौथे विकेट के लिए 150 रन की अविजित साझेदारी कर इंग्लैंड को अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया।
आज उन्होंने इस साझेदारी को आगे बढ़ाया और बिना कोई विकेट खोये मैच समाप्त कर ही दम लिया।रुट 173 गेंदों में 19 चौकों और एक छक्के की मदद से 142 और बेयरस्टो ने 145 गेंदों में 15 चौके और एक छक्के के सहारे 114 रन बनाकर अविजित पवेलियन लौटे। इंग्लैंड के तीन विकेटों में से दो भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह के हिस्से में गए जबकि एक खिलाड़ी रन आउट हुआ।
जॉनी बेरेस्टो को दोनों पारियों में शतक जड़ने पर मिला मैन ऑफ द मैच
इस सत्र का अपना छठा शतक बनाने वाले जॉनी बेयरस्टो को इस मैच की दोनों पारियों में शतक बनाने के शानदार प्रदर्शन की बदौलत प्लेयर ऑफ़ दे मैच का ख़िताब दिया गया । उन्होंने कहा, ''पिछले कुछ महीने मेरे लिए शानदार रहे हैं। मैं ज्यादा कुछ नहीं कर रहा हूं, बस अपने खेल को साधारण बनाने का प्रयास कर रहा हूं। अपने बेसिक्स को ठीक करने का प्रयास कर रहा हूं। हम कोशिश करते हैं कि विपक्षी टीम पर लगातार दबाव बनाया जाए। मेरे लिए पिछले कुछ महीने काफ़ी शानदार रहे हैं। हम जिस शैली की क्रिकेट खेल रहे हैं, उसमें हमें कई बार हार भी मिलेगी लेकिन लगातार सकारात्मक मानसिकता के साथ अपने खेल को आगे बढ़ाने एक बढ़िया सोच है। मैं बायो बबल में रहना पसंद नहीं करता। मैदान पर उतर कर खेलना, प्रदर्शन करना काफ़ी बढ़िया अनुभव है।''
अपना 28वां टेस्ट शतक बनाकर प्लेयर ऑफ द सीरीज बने जो रूट ने कहा,'' बेन (स्टोक्स) ने टॉस से पहले कहा था कि हम पहले बल्लेबाज़ी नहीं करेंगे। हम चेज़ करेंगे। इस पारी में हमारे सलामी बल्लेबाज़ों ने काफ़ी बढ़िया शुरुआत दिलाई। एक शानदार तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण के सामने यह बहुत ही महत्वपूर्ण साझेदारी थी। ड्रेसिंग रूम में सबकी एक ही मानसिकता थी कि स्कोर जो भी हो, हम उसका पीछा करेंगे। मुझे लगता है कि मैं अच्छा क्रिकेट खेल रहा हूं। इसे ज़ारी रखने के लिए कड़ी मेहनत करने की ज़रूरत है।''भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह प्लेयर ऑफ द सीरीज बने।