बर्मिंघम: बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने कहा है कि पांचवें टेस्ट के चौथे दिन भारतीय बल्लेबाज शॉर्ट गेंदों से निपटने में नाकाम रहे और उन्होंने साधारण बल्लेबाजी की जिससे इंग्लैंड को वापसी करके मैच में अपनी स्थिति बेहद मजबूत करने का मौका मिल गया।
पहली पारी में 132 रन की बढ़त बनाने वाला भारत चौथे दिन दूसरी पारी में 245 रन पर सिमट गया जिससे इंग्लैंड को 378 रन का लक्ष्य मिला।भारत चौथे दिन 123 पर 3 विकेट गंवाकर मैदान पर उतरी थी।
मेजबान टीम ने इसके बाद शानदार बल्लेबाजी की और टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अपने सबसे बड़े लक्ष्य को हासिल करने से सिर्फ 119 रन दूर है। जो रूट (नाबाद 76) और जॉनी बेयरस्टो (नाबाद 72) क्रीज पर डटे हुए हैं।
शुरुआत को ना भुना पाने से दिखे नाराज
राठौड़ ने चौथे दिन के खेल के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, मैं सहमत हूं कि जहां तक बल्लेबाजी का सवाल है तो हमारे लिए यह साधारण दिन रहा। हम आगे थे, हम ऐसी स्थिति में थे कि अपनी बल्लेबाजी से उन्हें मुकाबले से बाहर कर सकते थे। दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा, कई बल्लेबाजों ने शुरुआत की लेकिन इसे बड़ी पारी में नहीं बदल पाए। हमें उम्मीद थी कि उनमें से एक बड़ी पारी खेलेगा और बड़ी साझेदारी होगी लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ।
शॉर्ट पिच गेंदो के सामने गंवाए विकेट
भारत को खराब शॉट चयन का खामियाजा भुगतना पड़ा और बल्लेबाज शॉर्ट गेंदों के खिलाफ जूझते दिखे। श्रेयस अय्यर एक बार फिर बाउंसर पर आउट हुए जबकि शारदुल ठाकुर, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने भी उछाल लेती गेंदों पर विकेट गंवाए।
राठौड़ ने कहा, हां, उन्होंने हमारे खिलाफ शॉर्ट गेंदबाजी करने की रणनीति बनाई। हमें थोड़ी बेहतर रणनीति की जरूरत थी। हम इससे थोड़े अलग तरीके से निपट सकते थे। खिलाड़ियों ने शॉट खेलने का प्रयास किया लेकिन अच्छी तरह से ऐसा नहीं कर पाए और आउट हो गए।
भारत जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट में भी इसी तरह की स्थिति में था जहां उन्होंने पहली पारी में छोटी बढ़त हासिल की थी लेकिन दूसरी पारी में शॉर्ट गेंदबाजी का सामना करने में बल्लेबाज नाकाम रहे और अंतत: टीम ने मैच सात विकेट से गंवाने के साथ श्रृंखला भी 1-2 से गंवा दी।
यह पूछने पर कि क्या उन्हें इंग्लैंड के शॉर्ट गेंदबाजी का इस्तेमाल करने की उम्मीद थी तो उन्होंने कहा, बेशक, इस स्तर पर आप उम्मीद करते हैं कि हमारे खिलाफ शॉर्ट गेंदबाजी का इस्तेमाल होगा और विशेषकर भारतीय टीम के खिलाफ पिछले काफी समय से शॉर्ट गेंदबाजी का इस्तेमाल किया जा रहा है।राठौड़ को उम्मीद है कि पांचवें दिन कुछ जल्द विकेट चटकाकर भारत अब भी मैच में वापसी कर सकता है।
उन्होंने कहा, सुबह दो विकेट जल्दी चटका दें तो मैच में दोबारा वापसी कर लेंगे। हमें यह पता है, हम खेल को समझते हैं, यह अब भी बड़ा लक्ष्य है। अब भी 100 से अधिक रन बनाने हैं। शमी और बुमराह जिस तरह की गेंदबाजी कर रहे हैं, यह उनकी जद से बाहर नहीं है। वे एक विकेट चटकाते हैं तो फिर एक, दो या तीन विकेट और गिर सकते हैं। इससे हम मैच में वापसी कर सकते हैं।