सिर्फ बल्लेबाजी से काम नहीं चलेगा : ग्लेन मैक्सवेल

Webdunia
रविवार, 29 मई 2016 (18:27 IST)
सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने कहा कि अगर उन्हें टेस्ट टीम में लंबे समय तक अपनी जगह बनाए रखनी है तो सिर्फ बल्लेबाजी से काम नहीं चलेगा बल्कि उन्हें अपने स्पिन गेंदबाजी पर भी खासा ध्यान देना होगा। 
मैक्सवेल का बल्लेबाजी प्रमुख हथियार है लेकिन वे नहीं चाहते हैं कि गेंदबाजी की कमी के कारण उन्हें टेस्ट टीम में न शामिल किया जाए। मैक्सवेल की नजरें 2013 के बाद ही टेस्ट टीम में वापसी करने पर लगी हुई हैं।
 
मैक्सवेल ने रविवार को स्थानीय मीडिया से कहा कि अगर मुझे टेस्ट टीम में लंबे समय तक अपनी जगह बनाए रखनी है तो सिर्फ बल्लेबाजी से काम नहीं चलेगा बल्कि मुझे अपनी स्पिन गेंदबाजी पर भी खासा ध्यान देना होगा। हालांकि बल्लेबाजी मेरा प्रमुख हथियार है और एक बल्लेबाज के रूप में मैं अब और इंतजार नहीं कर सकता।
 
मैक्सवेल को गत वर्ष बांग्लादेश दौरे पर ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम में शामिल किया गया था लेकिन सुरक्षा कारणों से टीम ने दौरा रद्द कर दिया था। इसके बाद इस वर्ष ऑस्ट्रेलिया को जुलाई-अगस्त में श्रीलंका का दौरा करना है और मैक्सवेल उस दौरे पर भी 15 सदस्यीय टीम में जगह नहीं बना पाए हैं। 
 
उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि अच्छी गेंदबाजी नहीं होने के कारण ही स्टीवन स्मिथ को एक समय टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली थी, लेकिन मुझे नहीं लगता है कि मैं उस दिशा में ऐसा कुछ करूंगा। मुझे अपने खेल के दोनों विभागों पर काफी मेहनत करनी होगी इसलिए मैंने पिछले 4 साल में पहली बार इंग्लैंड में नहीं खेलने का फैसला किया ताकि मैं अपने खेल पर अधिक ध्यान दे सकूं और खेल के दोनों विभागों पर खूब मेहनत कर सकूं।
 
मैक्सवेल ने 2015-16 के शेफील्ड शील्ड के 6 मैचों में 56 की औसत से 392 रन बनाए हैं जिनमें 4 अर्द्धशतक शामिल है। उनका मानना है कि वे अपने इस फॉर्म को वेस्टइंडीज में होने वाले त्रिकोणीय सीरीज में भी जारी रखें ताकि टेस्ट टीम में उनको जगह मिल सके।
 
27 वर्षीय मैक्सवेल ने कहा कि त्रिकोणीय सीरीज में मैं कुछ रन बनाना चाहता हूं ताकि श्रीलंकाई दौरे पर एकदिवसीय टीम में शामिल किया जा सकूं। निश्चित रूप से टेस्ट टीम में नहीं चुने जाने से निराश तो हूं लेकिन मुझे लगता है कि चयनकर्ताओं ने जो टीम चुनी है वह वहां सीरीज जीत सकती है। यह एक मजबूत टीम है और मैं समझ सकता हूं कि मैं उस टीम में क्यों नहीं हूं। (वार्ता) 
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