भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर का मानना है कि आखिरी 6 ओवरों में निचले क्रम के बल्लेबाजी के अचानक ढह जाने से हम 30-40 रन पीछे रह गए और इसी कारण हमें हार का सामना करना पड़ा। जबकि गेंदबाजों के प्रदर्शन पर उन्होंने चुप्पी साधे रखी जिन्होंने 331 रनों का लक्ष्य 49 ओवर में चेस करवा डाला।
कप्तान हरमनप्रीत कौर ने मैच के बाद कहा, "जिस तरह हमने शुरुआत की, लगा था कि अगर हम 30-40 रन और जोड़ पाते तो फ़र्क पड़ता। आख़िरी छह-सात ओवर में हम रन नहीं बना सके और वही हमें महंगा पड़ा। विकेट बल्लेबाज़ी के लिए बहुत अच्छा था, लेकिन आख़िरी छह ओवरों का हम पूरा लाभ नहीं ले पाए।"
"पहले 40 ओवर बहुत अच्छे रहे, लेकिन अंतिम 10 ओवरों में हम सही तरीके से एक्सिक्यूट नहीं कर पाए। मैचों में ऐसा होता है, हर दिन 100% नहीं हो सकता, लेकिन यह अहम है कि वापसी कैसे करें।"
भारतीय महिला टीम के मुख्य कोच अमोल मजूमदार ने कहा, "मेरे हिसाब से क्रिकेट में फ़िनिश बहुत अहम होता है। मैं हमेशा कहता हूं। हां, अच्छी शुरुआत चाहिए लेकिन उससे भी बेहतर अंत चाहिए। साउथ अफ़्रीका मैच में हमने आख़िरी पांच ओवर में ख़राब गेंदबाज़ी की और वो गेम गंवाया। आज भी अगर हम 20 रन और बना लेते, तो नतीजा अलग हो सकता था। लेकिन यह सब प्रक्रिया का हिस्सा है। बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। हमारी सबसे बड़ी सीख यही है कि हमें बेहतर फ़िनिश करना सीखना होगा।"
मजूमदार ने कहा, "इस मैच के बाद हम निश्चित रूप से इसका विश्लेषण करेंगे। टीम प्रबंधन इस पर चर्चा करेगा और अगले मैच के लिए सही फैसला लेगा।
"ईमानदारी से कहूं तो पिछले मैच के बाद हमने लंबी चर्चा की कि बल्लेबाज़ी अप्रोच कैसी होनी चाहिए। हमने डॉट बॉल प्रतिशत पर भी बात की। पिछले डेढ़ साल में हम बहुत आक्रामक क्रिकेट खेल रहे हैं और आज उसका अच्छा उदाहरण था। डॉट बॉल प्रतिशत निश्चित रूप से कम हुआ है। अभी सटीक आंकड़ा नहीं पता (ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 48%) लेकिन हम इसे और घटाना चाहेंगे।"