लंदन: भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर शनिवार को लार्ड्स पर इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में टॉस के लिये झूलन गोस्वामी को लेकर मैदान में पहुंची जिनका यह विदाई मैच होगा।
यह कदम दिल छूने वाला था। हरमनप्रीत और झूलन दोनों टॉस के दौरान इंग्लैंड की कप्तान एमी जोंस के साथ खड़ी थीं।भारतीय कप्तान की आंखों में मैच से पहले भी आंसू थे। टॉस के बाद भारत की शानदार गेंदबाज झूलन ने प्रसारक स्काई स्पोर्ट्स से भी बात की।
भारतीय टीम पहले ही श्रृंखला अपने नाम कर चुकी है और अब उसका लक्ष्य इसे 3-0 से जीतने का है ताकि वे दो शतक तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाली झूलन को शानदार तरीके से विदाई दे सकें।
झूलन के अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच में इंग्लैंड ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया
इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम ने भारत के खिलाफ शनिवार को यहां लार्ड्स में तीसरे और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया।
भारत पहले ही तीन मैच की श्रृंखला में 2-0 की विजयी बढ़त बना चुका है। यह अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी का अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच है और भारत इसे जीतकर इंग्लैंड की धरती पर पहली बार क्लीन स्वीप करके इसे यादगार बनाने की कोशिश करेगा।
झूलन ने मैच की शुरुआत से पहले कहा, बीसीसीआई और बंगाल क्रिकेट संघ, मेरे परिवार, कोच, कप्तान सभी को धन्यवाद। इस मौके के लिए धन्यवाद, यह विशेष लम्हा है। मैंने 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ करियर की शुरुआत की और इंग्लैंड के खिलाफ ही खत्म कर रही हूं। सबसे महत्वपूर्ण चीज यह है कि हम श्रृंखला में 2-0 से आगे हैं।
अपने शानदार सफर को याद करते हुए महिला क्रिकेट की सबसे सफल गेंदबाज झूलन ने कहा, प्रत्येक लम्हे के साथ काफी भावनाएं जुड़ी हैं। 2017 विश्व में हमने वापसी की और कड़ी चुनौती पेश की, किसी ने भी शुरुआत में नहीं सोचा था कि हम फाइनल में जगह बनाएंगे, हमने जिस तरह वह टूर्नामेंट खेला वह कुछ अलग था।
उन्होंने कहा, वहां से भारतीय महिला क्रिकेट धीरे-धीरे आगे बढ़ा और अब हम अपनी स्वयं की राह पर हैं और हम युवा लड़कियों को खेल खेलने और क्रिकेट में करियार बनाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। टॉस पर जाने से पहले ही कप्तान हरमनप्रीत ने टीम हडल में झूलन गोस्वामी को गले लगाया और वह रोने लग गई।