इंदौर। विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम गुरुवार से इंदौर में शुरू होने वाले टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ अपना दबदबा कायम रखने के इरादे से उतरेगी।
भारत ने रोहित शर्मा की अगुवाई में 3 मैचों की ट्वंटी-20 सीरीज में 2-1 से जीत अपने नाम की थी और दोनों टीमों का पूरा ध्यान 2 टेस्टों की सीरीज पर लग गया है। दोनों देशों के लिए यह सीरीज इसलिए भी अहम है, क्योंकि वे पहली बार डे-नाइट टेस्ट प्रारूप की शुरुआत भी इसी में करने जा रहे हैं और कोलकाता का ईडन गार्डंस मैदान इस ऐतिहासिक मुकाबले का साक्षी बनेगा।
लंबे अर्से से डे-नाइट टेस्ट प्रारूप का विरोध कर रहा भारत हर हाल में गुलाबी गेंद से भी अपनी बादशाहत साबित करना चाहेगा और यदि वह इंदौर में जीत दर्ज करता है तो उसका अगले मैच से पहले मनोबल ऊंचा रहेगा। भारतीय टीम ने अपनी पिछली टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ्रीका पर क्लीन स्वीप दर्ज की थी जबकि बांग्लादेश को अपने पिछले एकमात्र टेस्ट मुकाबले में अफगानिस्तान जैसी कम अनुभवी टीम से शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
उठापठक के दौर से गुजर रही बांग्लादेशी टीम के लिए इस मैच में उसके स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन की कमी को भरना भी चुनौती होगा जिन पर फिक्सिंग की आईसीसी को जानकारी नहीं देने के मामले में 2 वर्ष का बैन लगा है और उनकी अनुपस्थिति में मोमिनुल हक को कप्तानी सौंपी गई है।
विराट की कप्तानी में भारत ने इस वर्ष अपनी आखिरी टेस्ट सीरीज में घरेलू मैदान पर दक्षिण अफ्रीका को 3-0 से पराजित किया था जबकि वेस्टइंडीज दौर में मेजबान टीम को 2-0 से हराया है। भारत ने इस वर्ष टेस्ट प्रारूप में कमाल का प्रदर्शन किया है और अब बांग्लादेश पर भी क्लीन स्वीप दर्ज करने का प्रयास करेगा।
भारत के लिए इस सीरीज का परिणाम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में उसके अंकों को भी प्रभावित करेगा जिसमें वह अभी अन्य टीमों की तुलना में काफी मजबूत स्थिति में है। भारतीय टीम इस प्रारूप की सबसे मजबूत टीम अपने धाकड़ खिलाड़ियों की वजह से है जिसमें कप्तान विराट, उपकप्तान अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा उसके सबसे बड़े स्कोरर हैं।
दूसरी ओर बांग्लादेशी कप्तान मोमिनुल का अनुभव भारतीय खिलाड़ियों के सामने काफी फीका लगता है जिन्होंने अब तक अपने करियर के 36 टेस्टों में केवल 2,613 रन ही बनाए हैं जिसमें मात्र 8 शतक लगा सके हैं, वहीं भारतीय कप्तान विराट के नाम 82 टेस्टों में 7,066 रन दर्ज हें जिसमें 26 शतक शामिल हैं। खुद मोमिनुल भी कह चुके हैं कि वे मानते हैं कि विराट दुनिया के मौजूदा सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं जिनकी टीम के खिलाफ उतरना चुनौतीपूर्ण होगा।
बांग्लादेशी टीम टेस्ट प्रारूप में काफी कमजोर रही है और तमीम इकबाल तथा शाकिब जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की अनुपस्थिति से उसका बल्लेबाजी क्रम और भी कमजोर लग रहा है, ऐसे में उसके गेंदबाजों पर भारतीय बल्लेबाजों को रोकने की बड़ी जिम्मेदारी रहेगी जिनमें मुस्ताफिजुर रहमान, तैजुल इस्लाम और मेहदी हसन मिराज अहम हैं।
सीमित प्रारूप के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा टेस्ट में भी लोहा मनवा रहे हैं और उनकी तथा मयंक अग्रवाल की जोड़ी भारत को मजबूत शुरुआत दिलाने का प्रयास करेगी। मध्य क्रम में विराट, रहाणे और पुजारा के बाद निचले क्रम में भी टीम के पास विकेटकीपर रिद्धिमान साहा, ऑलराउंडर रवीन्द्र जडेजा तथा रविचंद्रन अश्विन जैसे बढ़िया स्कोरर मौजूद हैं।
बांग्लादेश के पास अच्छा गेंदबाजी लाइनअप है लेकिन भारतीय गेंदबाजों के पास कमाल का अनुभव और घरेलू परिस्थितियों का फायदा रहेगा। होलकर स्टेडियम की पिच को बल्लेबाजों के लिए पसंदीदा माना जाता है लेकिन यहां काफी उछाल भी है और तेज गेंदबाजों मोहम्मद शमी तथा उमेश यादव को इस पर खासी सफलता मिलने की उम्मीद रहेगी, वहीं स्पिनरों में लेफ्ट आर्म स्पिनर जडेजा तथा ऑफ स्पिनर अश्विन सबसे अनुभवी गेंदबाज हैं।
पिच के उछाल को देखते हुए कप्तान टीम में 3 तेज गेंदबाजों को मौका दे सकते हैं, इस स्थिति में 'चाइनामैन' गेंदबाज कुलदीप यादव के बजाय ईशांत शर्मा को अंतिम एकादश में मौका मिलने की उम्मीद रहेगी। दूसरी ओर बांग्लादेश के पास कम अनुभवी युवाओं की टीम है, लेकिन इमरुल कायेस, नईम हसन, सैफ हसन, इबादत हुसैन जैसे खिलाड़ी 'सरप्राइज एलीमेंट' साबित हो सकते हैं।