श्रीलंका और भारत के बीच कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेला गया पहला मुकाबला टीम इंडिया ने 7 विकेट से जीतकर अपने नाम किया। मैच में भारतीय टीम को 263 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे टीम ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए 36.4 ओवर के खेल में सिर्फ तीन विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया।
भारत ने की विस्फोटक शुरुआत
श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 263 रनों का लक्ष्य रखा था। कहने को टारगेट था, लेकिन टीम इंडिया के इरादे कुछ और ही थे। दरअसल, टीम के युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए इस लक्ष्य को एकदम बोना साबित कर दिया।
शॉ ने मात्र 24 गेंदों का सामना करते हुए आतिशी 43 रनों की पारी खेली। अपनी पारी में उन्होंने एक के बाद एक दनादन 9 चौके जमाए। पहले विकेट के लिए पृथ्वी शॉ और कप्तान शिखर धवन के बीच सिर्फ 5.3 ओवर के खेल में 58 रनों की साझेदारी देखने को मिली। बड़े स्कोर की बढ़ रहे पृथ्वी शॉ की पारी पर धनंजय डी सिल्वा ने ब्रेक लगाया।
डेब्यू और जन्मदिन पर धमाका
पृथ्वी शॉ के विकेट के बाद श्रीलंका को मैच में भारतीय बल्लेबाजों से रहम की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा न हो सका। वनडे डेब्यू कर रहे 23 वर्षीय ईशान किशन ने मैदान पर आने के साथ ही अपने करियर की पहली ही गेंद पर छक्का जड़ दिया। पहली गेंद पर छक्का और दूसरी गेंद पर चौके जड़ ईशान ने अपने इरादे जाहिर कर दिए।
ईशान किशन ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की और 42 गेंदों पर 59 रन बनाकार आउट हुए। अपनी इस यादगार पारी में बर्थ डे बॉय ने 8 चौके और दो छक्के भी लगाए। जानकारी के लिए बता दें कि, ईशान ने इससे पहले अपने टी20 डेब्यू पर अर्धशतक जमाया था।
सॉलिड गब्बर की कप्तानी पारी
लक्ष्य का पीछा करते हुए पहले पृथ्वी शॉ और उसके बाद ईशान किशन ने बहुत ही तेजी के साथ बल्लेबाजी की, लेकिन दूसरे छोर पर कप्तान शिखर धवन ने संयम बरतते हुए एक एंकर का किरदार निभाया। धवन ने समय लेते हुए बेहतरीन कप्तानी पारी खेली।
धवन ने 95 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 86 और वनडे डेब्यू कर रहे सूर्यकुमार यादव ने 20 गेंदों पर नाबाद 31 रनों की शानदार पारी खेली।
भारतीय गेंदबाजों ने मचाया था गदर
इससे पहले श्रीलंका के लिए टॉप ऑर्डर और मध्यक्रम ने अपनी बल्लेबाजी से सभी को खासा निराश किया। टीम के लिए चमिका करुणारत्ने नाबाद (43) को छोड़ कोई भी खिलाड़ी बढ़िया खेल नहीं दिखा सका और पूरी टीम मात्र 262/9 का स्कोर बनाने में सफल रही।
भारत के लिए दीपक चाहर, युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव दो-दो विकेट लेने में सफल रहे, जबकि हार्दिक और क्रुणाल पांड्या के खाते में एक-एक सफलता आई।