कुछ पुराने दौर के ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी दावे कर रहे थे कि भारत को टेस्ट सीरिज में ऑस्ट्रेलिया 4-0 से हराएगा, उनके दावों की हवा पहले टेस्ट के बाद ही निकल गई। ऑस्ट्रेलिया टीम कहीं से भी भारतीय टीम के आगे नहीं टिक पाई और नागपुर में खेले गए पहले टेस्ट में पारी और 132 रनों से हार गई।
न ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज मुकाबला कर पाए और न ही गेंदबाज अपना जौहर दिखा पाए। डेविड वॉर्नर, स्टीव स्मिथ, लाबुशाने, उस्मान ख्वाजा, नाथन लायन, पैट कमिंस का प्रदर्शन स्तर से बहुत नीचे रहा। केवल टॉड मरफी ने अपने पहला टेस्ट खेलते हुए भारतीय पारी के 7 विकेट लिए।
पिच को लेकर ऑस्ट्रेलिया ने काफी हौव्वा बनाया। लेकिन इसी पिच पर रोहित शर्मा ने शतक जड़ा। रवीन्द्र जडेजा और अक्षर पटेल जैसे गेंदबाजों ने भी अर्द्धशतक जड़ कर दिखा दिया कि दम हो तो स्पिन विकेट पर भी रन बनाए जा सकते हैं। भारतीय बल्लेबाजों ने पहली पारी में 400 रन बनाए।
भारतीय टीम हर डिपार्टमेंट में मजबूत साबित हुई। हर मोर्चे पर ऑस्ट्रेलिया को मात दी। दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया टीम मानसिक रूप से ही मैच शुरू होने के पहले ही हार मान कर बैठी हुई थी। वे डरे और सहमे हुए तरीके से खेले और भारतीय टीम का मुकाबला नहीं कर पाए।
भारतीय टीम भले ही मैच जीत गई हो, लेकिन राहुल, पुजारा और विराट को भी रन बनाना शुरू करना होंगे। रोहित का शतक निकाल दिया जाए और निचले क्रम के योगदान को हटा दिया जाए तो भारतीय टीम का मिडिल ऑर्डर बुरी तरह फेल रहा है।
ऑस्ट्रेलिया टीम वापसी के लिए जानी जाती है। इस हार ने उनका मनोबल तोड़ दिया है, लेकिन वे जुझारू खिलाड़ी हैं और वापसी कर सकते हैं। भारतीय टीम को प्रदर्शन में निरंतरता रखनी होगी तभी यह सीरिज उनके नाम होगी।
उल्लेखनीय प्रदर्शन
-
रोहित शर्मा : 120 रन
-
आर अश्विन : 23 रन और 8 विकेट
-
रवीन्द्र जडेजा : 70 रन और 7 विकेट
संक्षिप्त स्कोर
-
ऑस्ट्रेलिया 177 रन और 91 रन
-
भारत : 400 रन
-
परिणाम : भारत एक पारी और 132 रनों से जीता