India vs Sri Lanka Women's T20 World Cup : भारतीय महिला क्रिकेट की कप्तान हरमनप्रीत कौर आईसीसी महिला टी-20 विश्वकप में तीन नंबर पर बल्लेबाजी करेंगी। भारतीय टीम के मुख्य कोच अमोल मजूमदार ने टूर्नामेंट से पहले यह पुष्टि की थी कि हरमनप्रीत कौर ही नंबर तीन पर बल्लेबाजी करेगी।
भारतीय उपकप्तान स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) से पूछा गया तब उन्होंने कहा, “यहां आने पर जैसा हमने सोचा था विकेट और परिस्थितियां उससे काफी अलग हैं तो जाहिर तौर पर बल्लेबाजी क्रम मैच की परिस्थिति पर निर्भर करता है और इस पर भी कि किसके खिलाफ हम खेल रहे हैं विकेट कैसा बर्ताव कर रही है और हम किस लक्ष्य का पीछा कर रहे हैं। तो मुझे लगता है कि यह सब फैसले के पीछे के प्रमुख कारण हैं। इसलिए मैं यह नहीं कहूंगी कि यह सबकुछ पहले से ही सुनियोजित था लेकिन हां यह इस पर निर्भर ज़रूर करता है कि विकेट कैसा खेल रही है और हम किस लक्ष्य का पीछा कर रहे हैं। और मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि हम इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए अपना बल्लेबाजी क्रम तय करेंगे।”
श्रीलंका के खिलाफ मैच से पहले हरमनप्रीत की चोट को लेकर आशंका की स्थिति नहीं है और दोनों अभ्यास मैच सहित न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पहले मैच में वो ही नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने के लिए आई थीं। रविवार को भारत जब पाकिस्तान के खिलाफ 106 के लक्ष्य का पीछा कर रहा था तब नंबर तीन पर जेमिमाह रॉड्रिग्स को भेजा गया।
मंधाना ने कहा, “न्यूजीलैंड वाले मैच को छोड़कर हमने किसी टीम को दिन या रात किसी भी मैच में 140 से अधिक का स्कोर बनाते नहीं देखा है। यह दर्शाने के लिए काफी हैं कि यहां कैसी परिस्थितियां हैं। पहले दो तीन हमें यहां बेहद गर्मी महसूस हुई लेकिन अब स्थिति पहले से बेहतर है। अब भारतीय परिस्थितियों जैसा महसूस हो रहा है। तो यह उतना बुरा भी नहीं है जितना हमने सोचा था। पिछले मैच में भी हमने अधिक गर्मी की उम्मीद की थी। लेकिन मैं यह नहीं कहूंगी कि इससे कोई बहुत बड़ा अंतर पैदा होता है।”
पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भारत के लक्ष्य का पीछा करने पर मांधना ने माना कि उस दिन भारत अपनी क्षमता का 100 फ़ीसदी उपयोग नहीं कर पाया।
उन्होंने कहा, “यह नेट रन रेट हमारी प्राथमिकता है। ज़ाहिर तौर पर पिछले मैच में मैंने अच्छी शुरुआत की थी लेकिन इसके बाद अधिक डॉट गेंदें भी मैंने खेली और इससे मैं खुद भी खुश नहीं थी। लेकिन जैसा कि मैंने कहा बल्लेबाज़ के तौर पर हमें और भी चालाक होने की ज़रूरत है। हम केवल यह सोचकर बल्लेबाजी करने नहीं जा सकते कि हमें इस गेंदबाजी लाइन अप के विरुद्ध धावा बोल देना है।
हमें निश्चित तौर पर नेट रन रेट पर भी ध्यान देना है लेकिन पहले मैच जीतना जरूरी है और उसके बाद नेट रन रेट के लिए सोचना। ज़ाहिर तौर पर यह ग्रुप (ग्रुप ए) बेहद कठिन है। लेकिन अभी तो शुरुआत हुई है इसलिए हम ज़्यादा आगे की नहीं सोचना चाहते। हम हर गेम को अलग गेम के तौर पर खेलना चाहते हैं और जब चीजे हमारे पक्ष में होंगी तब हम उस स्थिति में नेट रन रेट के बारे में भी सोच पाएंगे।” (एजेंसी)