8 साल बाद T20I World Cup के ग्रुप स्टेज से बाहर हुई टीम इंडिया, विफलता के 5 कारण

WD Sports Desk
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024 (12:37 IST)
भारत की महिला टीम टी-20 विश्वकप 2024 के सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी है। ग्रुप ए जो कि मौत का ग्रुप भी कहा जा रहा था उसमें भारत को 3 जीत की जरुरत थी लेकिन वह सिर्फ अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान और श्रीलंका पर ही जीत दर्ज कर पाया। समीक्षा करें तो कुल यह कारण रहे जिससे भारतीय टीम आगे नहीं जा सकी।

खराब फील्डिंग- भारत की खराब फील्डिंग न्यूजीलैंड के मैच से ही फैंस को खटकने लगी जब सोफी डिवाइन का कैच भारतीय विकेटकीपर ऋचा घोष ने उचककर लेना चाहा। इसके बाद सिर्फ श्रीलंका के खिलाफ भारत की फील्डिंग दुरुस्त दिखाई दी नहीं तो हर मैच में भारत ने कम से कम 2 कैच जरूर छोड़े।

ऑलराउंडरो ने किया निराश- टीम के ऑलराउंडरो को इस कारण टीम में रखा जाता है ताकि वह गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाकर सामने वाली टीम पर सिक्का जमा सके। लेकिन ना ही टीम की तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर पूजा वस्त्राकर ना ही टीम की स्पिन ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा अहम मौकों पर टीम का साथ दे पाई। इससे ना टीम अतिरिक्त बल्लेबाज अंतिम ग्यारह में रख पाई ना ही गेंदबाज।

पाक के खिलाफ नेट रन रेट भूली- पाकिस्तान के खिलाफ भारत अगर एकतरफा जीत अर्जित करता तो टीम की नेटरनरेट बेहतर होती लेकिन 107 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम पहले पॉवरप्ले में 1 भी चौका नहीं लगा सकी। कुल 5 चौके लगाने वाली टीम इंडिया ने 18,5 ओवर में जाकर इस लक्ष्य का पीछा किया। इसके बाद श्रीलंका पर मिली 82 रनों की जीत से नेट रन रेट पॉजीटिव में आई।

विफल सलामी जोड़ी- श्रीलंका वाला मैच छोड़ दिया जाए तो स्मृति मंधाना और शफाली वर्मा की सलामी जोड़ी विफल रही। स्मृति मंधाना सिर्फ श्रीलंका के खिलाफ एक अर्धशतक लगा पाई जबकि उनको 100 टी-20 मैच से ज्यादा का अनुभव है और महिला प्रीमियर लीग में वह सबसे महंगी खिलाड़ी है। शेफाली वर्मा ने पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरुआत तो दिलाई लेकिन इसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाई।

हरमनप्रीत की कप्तानी- अपना चौथा टी-20 विश्वकप खेल रही कप्तान हरमनप्रीत कौर की कप्तानी समझ से परे रही। पहले मैच में महंगी साबित हुई दीप्ति शर्मा से उन्हें पूरे 4 ओवर डलवाए। वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने अंतिम गेंदो पर रन लेकर पुछल्ले बल्लेबाजों को स्ट्राइक दे दी। हालांकि बल्लेबाज के तौर पर उन्होंने श्रीलंका पाकिस्तान  और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहम पारियां खेली।<>

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख