नई दिल्ली: इस साल के आखिर में आस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के लिये अदद टीम तैयार करने के लिये भारत गुरुवार से मजबूत दक्षिण अफ्रीकी टीम के खिलाफ यहां शुरू हो रही पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की श्रृंखला में नये और पुराने कई खिलाड़ियों को परखने की कोशिश करेगा।
भारत ने अभी लगातार 12 मैच जीते हैं और वह लगातार 13वां टी20 जीतकर नया रिकॉर्ड बनाने का भी प्रयास करेगा।इससे पहले लगातार 12 मैच अफगानिस्तान जीत चुका है। दिलचस्प बात यह है कि पिछले साल टी-20 विश्वकप 2021 में भारत ने जबसे अफगानिस्तान पर बड़ी जीत दर्ज की है, वह अब तक एक भी मुकाबला नहीं हारा है।भारत को टी-20 में आखिरी हार 31 अक्टूबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली थी। यह मैच 8 विकेटों से हारकर भारत विश्वकप से बाहर हो गया था।
टी-20 विश्वकप में इस जीत के बाद स्कॉटलैंड और नामिबिया पर भारत ने बड़ी जीत दर्ज की। न्यूजीलैंड को रोहित शर्मा की कप्तानी में 3-0 से हराया। इसके बाद फरवरी मार्च में वेस्टइंडीज- श्रीलंका को भी 3-0 से परास्त किया।
रिकॉर्ड से ज्यादा टी-20 विश्वकप की टीम पर नजर
मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का मुख्य उद्देश्य हालांकि अक्टूबर में होने वाले विश्व कप के लिये टीम तैयार करना होगा। इसके लिये दक्षिण अफ्रीका से बेहतर प्रतिद्वंद्वी नहीं हो सकता है जिसने हाल में अच्छा प्रदर्शन किया है।
कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को विश्राम दिया गया है लेकिन कार्यवाहक कप्तान केएल राहुल शानदार फॉर्म में हैं। उनके लिये हालांकि अपने सलामी जोड़ीदार के रूप में रुतुराज गायकवाड़ और इशान किशन में से किसी एक का चयन करना आसान नहीं होगा।
ये दोनों इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाये थे लेकिन उन्हें लय में लौटने का मौका देना जरूरी है।श्रेयस अय्यर को सूर्यकुमार यादव की अनुपस्थिति में तीसरे नंबर पर उतारा जा सकता है लेकिन लेकिन अच्छी फॉर्म में चल रहे दीपक हुड्डा को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है क्योंकि उन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स के लिये तीसरे नंबर पर प्रभावशाली प्रदर्शन किया था।
ऋषभ पंत और टीम में वापसी करने वाले दिनेश कार्तिक मध्यक्रम की जिम्मेदारी संभालेंगे। पंत अपनी लय हासिल करने की कोशिश करेंगे जबकि यह देखना दिलचस्प होगा कि कार्तिक आईपीएल की अपनी फॉर्म को बरकरार रख पाते हैं या नहीं।
पांड्या फिर बनेंगे फिनिशर
हार्दिक पंड्या ने आईपीएल में तीसरे और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की थी लेकिन वह यहां फिनिशर की भूमिका में वापसी करने के लिये तैयार होंगे।द्रविड़ ने कहा, कई बार आप राष्ट्रीय टीम में वही भूमिका निभाते हो जो अपनी फ्रेंचाइजी टीम के लिये निभाते हो लेकिन कभी कभी भूमिकाएं बदल जाती हैं।
यह रहेगा गेंदबाजी क्रम
भुवनेश्वर कुमार तेज गेंदबाजी विभाग की अगुवाई करेंगे जिसमें उनका साथ डेथ ओवरों के विशेषज्ञ हर्षल पटेल देंगे। ये दोनों अपनी काबिलियत साबित करने की कोशिश करेंगे क्योंकि विश्व कप के लिये तेज गेंदबाजों में केवल जसप्रीत बुमराह का चयन पक्का है।आवेश खान तीसरे तेज गेंदबाज की भूमिका निभाएंगे लेकिन यदि वह नहीं चलते तो फिर अर्शदीप सिंह और उमरान मलिक को पदार्पण का मौका दिया जा सकता है।
युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की स्पिन जोड़ी 2019 के बाद टीम में वापसी कर रही है। चोटिल रविंद्र जडेजा का विश्व कप के लिये चयन निश्चित माना जा रहा है और चहल को भी बाहर नहीं किया जा सकता, ऐसे में रवि बिश्नोई, अक्षर पटेल और कुलदीप को दमदार प्रदर्शन करके अपना दावा मजबूत करना होगा।
सफेद गेंद की क्रिकेट में 2010 से दक्षिण अफ्रीका भारत में अजेय है
दक्षिण अफ्रीका ने 2010 से भारत में सीमित ओवरों की श्रृंखला नहीं गंवाई है और उसने इस बार भी अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम उतारी है।दक्षिण अफ्रीका के लिये शानदार फॉर्म में चल रहे डेविड मिलर, क्विंटन डिकॉक और एडेन मार्कराम की भूमिका अहम होगी।गेंदबाजी विभाग में उसका दारोमदार तबरेज शम्सी और केशव महाराज की स्पिन जोड़ी तथा कैगिसो रबाडा और एनरिच नोर्किया की तेज गेंदबाजी जोड़ी पर टिका रहेगा।