संभवत यह भारत में पहला मौका है जब कोई टेस्ट मैच दूसरे दिन के अंतिम सेशन में खत्म हो गया हो। तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन 175 रन पर 17 विकेट गिरे जिसमें 7 भारत और 10 इंग्लैंड के विकेट शामिल थे।
भव्य नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया यह मैच टीम इंडिया आसानी से 10 विकेट से तो जीत गई। लेकिन यह सवाल उठ रहा है कि क्या पिच खराब थी क्योंकि दोनों ही टीम पहली पारी में 150 रनों का आंकड़ा नहीं छू पाई, या फिर दोनों ही टीम के बल्लेबाज पिच को लेकर भयभीत थे और सीधी गेंदो पर ही आउट होते चले गए।
कप्तान विराट कोहली ने तो माना है कि दोनों ही टीम की बल्लेबाजी खासी खराब रही। वह तो भला हो जब भारत की दूसरी पारी शुरु हुई तब ओस का गिरना शुरु हो गया था जिससे पहली पारी में 5 विकेट चटकाने वाले रूट और 4 विकेट लेने वाले लीच बेअसर साबित हो गए।
5 दिन का यह टेस्ट मात्र दो दिन में खत्म हो जाएगा यह किसी ने नहीं सोचा था। फैंस तो एक कांटे की टक्कर का सपना पाले हुए बैठे थे क्योंकि पहली बार क्रिकेट की दो महाशक्तियां विश्व के सबसे बड़े स्टेडियम पर एक दूसरे से लोहा ले रही थी।
लेकिन मैच सिर्फ दो दिन में ही पूरा हो गया। इन दो दिनों में दोनों टीमें 140.2 ओवर या 842 गेंदे ही खेल पाई। निराश होने के बाद ट्विटर पर फैंस ने कुछ इस तरह के ट्वीट्स किए।
भारत ने इंग्लैंड को दूसरे दिन दूसरी पारी में 81 रन पर निपटाया, जिसके बाद उसे मैच जीतने के लिए 49 रन का लक्ष्य मिला। भारत ने बिना कोई विकेट खोए 49 रन बना कर ऐतिहासिक जीत अपने नाम की। भारतीय टेस्ट इतिहास में संभवत: यह पहला मौका होगा जब उसने दो दिन के अंदर कोई टेस्ट मैच समाप्त किया हो। भारत को अब इसी मैदान पर होने वाले चौथे और अंतिम मुकाबले को जीतना या ड्रॉ कराना है, जिससे वह इस साल जून में इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान पर होने वाले आईसीसी टेस्ट चैंपियनयिाप के फाइनल में पहुंच जाएगा। इस हार के साथ इंग्लैंड विश्व चैंपियनशिप की दौड़ से बाहर हो गया है। बल्लेबाजों की कब्रगाह बनी अहमदाबाद स्टेडियम की पिच पर दो दिन स्पिनरों का जलवा रहा।
इंग्लैंड ने अपनी पहली में 112 रन बनाए थे, जबकि भारत की पहली 145 रन पर समाप्त हुई। इंग्लैंड की दूसरी पारी 81 रन पर सिमटी और भारत को जीत के लिए 49 रन का लक्ष्य मिला। रोहित शर्मा ने नाबाद 25 और शुभमन गिल ने नाबाद 15 रन बना कर भारत को एकतरफा जीत दिला दी। इस मैच में भारत की जीत के हीरो रहे दोनों स्पिनर, जिन्होंने स्पिन की मददगार पिच पर इंग्लैंड के बल्लेबाजों को समर्पण करने पर मजबूर कर दिया। लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल ने मैच में कुल 11 विकेट लिए, जबकि ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के हिस्से में सात विकेट आए। अक्षर ने डे नाइट टेस्ट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड बना डाला, जबकि अश्विन ने दूसरी पारी का तीसरा विकेट लेते ही अपने 400 विकेट पूरे कर लिए।