विश्व कप की हार का बदला लेने उतरेगी टीम इंडिया

Webdunia
शुक्रवार, 26 अगस्त 2016 (15:12 IST)
फ्लोरिडा। वेस्टइंडीज को टेस्ट सीरीज में उसी की धरती पर 2-0 से पटखनी देने के बाद टीम इंडिया अब अनुभवी महेन्द्र सिंह धोनी के नेतृत्व में 2 ट्वंटी-20 मैचों के लिए तैयार है, जहां वह शनिवार को पहले ट्वंटी-20 मुकाबले में जीत दर्ज करने और विश्व कप में मिली हार का बदला लेने के बुलंद इरादों के साथ उतरेगी।
 
भारत और वेस्टइंडीज के बीच शनिवार और रविवार को अमेरिका के फ्लोरिडा में 2 ट्‍वंटी-20 मैचों की सीरीज खेली जाएगी जिसके लिए दोनों टीमें यहां पहुंच चुकी हैं। दोनों के बीच रिकॉर्ड देखा जाए तो आंकड़ों में वेस्टइंडीज का पलड़ा भारी नजर आता है लेकिन टेस्ट सीरीज की जीत के बाद इस समय भारतीय टीम लय में नजर आ रही है। भारत और वेस्टइंडीज के बीच अभी तक 5 अंतरराष्ट्रीय ट्वंटी-20 मैच खेले जा चुके हैं जिनमें से 3 वेस्टइंडीज ने और 2 भारत ने जीते हैं। 
 
टीम इंडिया इस वर्ष अपनी जमीन पर हुए ट्वंटी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में मुंबई में वेस्टइंडीज के हाथों मिली हार के जख्म को भुला नहीं सकी है। मुंबई की हार का बदला लेने के लिए टीम इंडिया घायल शेर की तरह इस सीरीज में उतरेगी। महेंद्र सिंह धोनी के धुरंधर इस सीरीज में वेस्टइंडीज का सफाया कर उस हार का बदला लेने के इरादे से ही उतरेंगे।
 
भारतीय टीम के पास बेहतरीन खिलाड़ियों की कमी नहीं है और टेस्ट सीरीज जीतने के बाद उसका आत्मविश्वास भी काफी ऊंचा है। विराट कोहली, शिखर धवन, रोहित शर्मा, रविचंद्रन अश्विन जैसे खिलाड़ियों के लिए प्रारूप में अचानक से बदलाव कुछ चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है लेकिन वे सभी अच्छी फॉर्म में हैं और ऐसे में भारतीय टीम का पलड़ा मजबूत ही कहा जा सकता है। 
 
भारत ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ ट्वंटी-20 में अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि जून में जिम्बाब्वे के खिलाफ उसने 2-1 से सीरीज जीती थी। भारत की 14 सदस्यीय टीम में सबसे बड़ा बदलाव केवल कप्तानी का रहेगा जिसमें इस बार नेतृत्व विराट के बजाय धोनी के पास रहेगा और टीम इंडिया के पास विश्व कप सेमीफाइनल में मिली हार का वेस्टइंडीज से बदला लेने का मौका भी रहेगा। 
 
अमेरिका में भारतीय मूल के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं और ऐसे में टीम इंडिया के लिए व्यापक समर्थन के साथ ही बेहतर प्रदर्शन का दबाव भी रहेगा। धोनी के लिए कप्तानी का दायित्व निभाना निश्चित तौर से चुनौतीपूर्ण ही साबित होगा, क्योंकि वे पिछले कुछ समय से मैदान से दूर रहे हैं।
 
वहीं वेस्टइंडीज टीम को चैंपियन बनाने वाले कप्तान डैरेन सैमी को न सिर्फ कप्तानी से हटा दिया गया है बल्कि वे टीम का भी हिस्सा नहीं होंगे। लेकिन विश्व कप में अपने लगातार 4 छक्कों से मैच जिताने वाले कार्लोस ब्रैथवेट बड़ा खतरा हो सकते हैं। ब्रेथवेट अपने पसंदीदा प्रारूप में कप्तानी करने को लेकर उत्साहित हैं और टेस्ट में हार की शर्मिंदगी से टीम को उबारना चाहते हैं।
 
ट्वंटी-20 विश्व कप की खिताबी जीत के हीरो कार्लोस ब्रैथवेट की अगुआई में ही वेस्टइंडीज टीम क्रिकेट के इस छोटे प्रारूप में भारत का सामना करने उतरेगी। कैरेबियाई टीम यदि इस सीरीज में भारत का सफाया करती है तो भारत आईसीसी रैंकिंग में दूसरे से फिसलकर तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा जबकि सीरीज के जीतने या बराबरी पर रहने पर भारत की रैंकिग दूसरी ही बनी रहेगी।
 
दूसरी तरफ कैरेबियाई टीम इस वर्ष हुए विश्व कप में भारत को उसी के घर में हरा चुकी है जिससे उसके हौसले बुलंदी पर ही होंगे। भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कमजोर वेस्टइंडीज टीम उतरी थी लेकिन ट्वंटी-20 सीरीज के लिए सभी दिग्गजों की टीम में वापसी हो गई है। क्रिस गेल, ड्‍वेन ब्रावो, सुनील नारायण, कीरोन पोलार्ड, लैंडल सिमंस और आंद्रे रसेल की मौजूदगी टीम का मनोबल बढ़ाएगी। (वार्ता)
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