कोलकाता। भारत ने अपने तेज गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत यहां ईडन गार्डन्स पर अपनी सरजमीं पर ऐतिहासिक पहले दिन-रात्रि टेस्ट में बांग्लादेश को पारी और 46 रन से रौंदकर स्वदेश में लगातार 12वीं टेस्ट श्रृंखला जीती।
ईशांत शर्मा (78 रन पर 9 विकेट), उमेश यादव (82 रन पर 8 विकेट) और मोहम्मद शमी (78 रन पर 2 विकेट) की तिकड़ी की तूफानी गेंदबाजी से भारत ने गुलाबी गेंद से दो दिन से कुछ अधिक समय में ही बांग्लादेश को ध्वस्त कर दिया।
गेंदबाजों का एकजुट प्रदर्शन : मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा कि भारतीय गेंदबाजी इकाई बेहद खतरनाक इसलिए बन पाई है क्योंकि गेंदबाजों ने एकजुट होकर विकेट हासिल करना सीख लिया है।
भारतीय गेंदबाजों की जीतने की भूख : शास्त्री ने कहा, अनुशासन और जीतने की भूख के कारण ऐसा है। वे समझते हैं कि एक दूसरे का समर्थन करना और एकजुट होकर गेंदबाजी करना कितना महत्वपूर्ण है। इस तरह ही आप दबाव बना पाते हो और विकेट मिलते हैं। उन्हें पता है कि वे संभवत: दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम हैं।
गेंदबाजों का पेशेवर अंदाज : शास्त्री ने कहा, हम एक इकाई के रूप में गेंदबाजी कर रहे हैं और एक भारतीय के रूप में अपने खिलाड़ियों को इतने पेशेवर तरीके से काम करते देखकर आप इस पर गर्व करते हैं। इसमें समय लगा है। मुझे लगता है कि पिछले 15 महीने में उन्होंने विदेश में काफी क्रिकेट खेला है और इसी तरह उन्होंने सीखा है।
सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं : हाल के समय में भारत ने 2 बार वेस्टइंडीज में श्रृंखला 2-0 (अक्टूबर 2018 और अगस्त 2019) से जीती जबकि दिसंबर 2018 में ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर भी 2-1 से जीत दर्ज की। शास्त्री ने कहा कि भारत के मौजूदा तेज गेंदबाजों ने कड़ी मेहनत की है। शास्त्री ने कहा, वे पिछले कुछ समय से एक साथ हैं और उन्हें पता है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है। व्यक्तिगत खिलाड़ी मैच नहीं जीत सकता और उन्हें यह पता है।
सफलता का असली रहस्य : भारतीय कोच ने साथ ही बांग्लादेश को सलाह दी कि अगर उन्हें विदेशों में सफल होना है तो भारत की तरह मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण की जरूरत है। भारतीय गेंदबाजी कोच भरत अरूण ने भी मेजबान टीम के तेज गेंदबाजों की तारीफ की। उन्होंने कहा, वे एकजुट होकर प्रदर्शन करते हैं और उन्हें एक दूसरे के प्रदर्शन पर गर्व होता है और यही इस समूह की सफलता का असली रहस्य है। इसी के कारण उन्हें सफलता मिली है।