कोलकाता। ऐसा लगता है कि बीसीसीआई के नए मुखिया सौरव गांगुली की आंख में टीम इंडिया के चीफ कोच रवि शास्त्री का वेतन खटकने लगा है। 10 करोड़ रुपए सालाना वेतन पाने वाले शास्त्री को अपने काम के अलावा राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) में प्रतिभाओं को निखारने जिम्मा दिया जा रहा है।
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि सीनियर टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री को कहा जाएगा कि जब तक वह कोच हैं, तब तक वह राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में प्रतिभाओं को निखारने में ज्यादा योगदान दें।
शास्त्री का नया अनुबंध 2021 विश्व टी20 तक का है लेकिन उनके करार की शर्तों में 10 करोड़ रुपए के सालाना वेतन के साथ केवल भारतीय टीम के साथ काम करना शामिल है।
गांगुली ने ईडन गार्डन्स पर कहा कि हम ऐसी व्यवस्था भी बनाएंगे, जिसमें रवि को NCA के साथ ज्यादा योगदान करने के लिए कहा जाएगा, जब तक वह कोच हैं। हम इसे एक अच्छा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाएंगे। हमारे पास राहुल द्रविड़ हैं, पारस म्हाम्ब्रे और भरत अरुण भी हैं।
समझा जाता है कि बुधवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के प्रमुख राहुल द्रविड़ से चर्चा करने के बाद ही शास्त्री का अधिक से अधिक उपयोग करने का निर्णय लिया है।
गांगुली ने कहा कि शास्त्री कोच के तौर पर अच्छा कर रहे हैं हालांकि भारतीयों को वैश्विक टूर्नामेंट की अंतिम बाधा नहीं कर पाने की समस्या को दूर करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि रवि शास्त्री ने टीम के साथ अच्छा किया है। वह अगले 2 वर्षों तक हमारे साथ रहेंगे। जैसा कि मैंने कहा कि भारत को एक विश्व (आईसीसी) टूर्नामेंट जीतने की जरूरत है। उनमें काबिलियत है।
गांगुली ने कहा, वे 2017 में चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचे थे, जिसमें वे पाकिस्तान से हार गए और फिर वे विश्व कप सेमीफाइनल में हार गए। यह टीम अच्छी है और उसे सिर्फ अंतिम बाधा पार करने की जरूरत है।