नई दिल्ली: महिला विश्व कप के सेमीफ़ाइनल में कौन सी टीमें पहुंचेगी, इसका उत्तर अभी मिलना बाक़ी है। विश्व कप में कुल छह मैच बचे हैं। इसके बावजूद इस बात की पुष्टि नहीं की जा सकी है कि ऑस्ट्रेलिया के अलावा कौन सी तीन टीमें इस टूर्नामेंट का सेमीफ़ाइनल खेलेंगी।
इस विश्व कप के हालिया मैचों में वेस्टइंडीज़ और दक्षिण अफ़्रीका की टीमों का हार का सामना करना पड़ा है। इससे सेमीफ़ाइनल में पहुंचने वाले सभी समीकरण अब एक नाटकीय मोड़ ले रहे हैं।आसान शब्दों में कहें तो मामला वहां पहुंचने वाला है, जहां से रोमांच शब्द भी एक बार के लिए मात खा जाए।
देखते हैं कि फ़िलहाल अंक तालिका और आगामी मैचों के आधार पर कौन सी टीमें सेमीफ़ाइनल में अपनी जगह बना सकती है और उसके लिए उन्हें क्या करना होगा।
भारत:बांग्लादेश के ख़िलाफ़ मिली एक आसान जीत के साथ भारत ने ना सिर्फ़ अपने कुल अंकों को छह तक पहुंचा दिया है, बल्कि उन्होंने अपने नेट रन रेट में भी बढ़िया सुधार किया है। फ़िलहाल अंक तालिका में भारत का नेट रन रेट सबसे बढ़िया है। इसका अर्थ है कि सेमीफ़ाइनल में पहुंचने की होड़ में काफ़ी कुछ भारतीय टीम के पक्ष में है। अगर भारत अगले मुक़ाबले में दक्षिण अफ़्रीका को मात देता है तो यह तय है कि वह सेमीफ़ाइनल में अपना स्थान पक्का कर लेगा। यही नहीं, अगला मैच जीतने के बाद भारत को किसी अन्य टीम के आगामी मैचों के परिणाम पर आश्रित नहीं होना पड़ेगा।
अगर अगले मैच में 225 का स्कोर बना कर भारतीय टीम दक्षिण अफ़्रीका को एक रन से भी हराती है तो उनका नेट रन रेट 0.656 होगा। इसके बाद साउथ अफ़्रीका या वेस्टइंडीज़ में से कोई भी इस नेट रन रेट का बराबरी नहीं कर पाएगा।
हारने पर भारत के सामने होने चाहिए यह समीकरण
अगर भारत अगला मैच हार भी जाता है तो उसके सेमीफ़ाइनल में पहुंचने की उम्मीदें क़ायम रहेंगी। इसके लिए दक्षिण अफ़्रीका और वेस्टइंडीज़ के बीच होने वाले मैच में अफ़्रीकी टीम को जीतना होगा। इसके बाद मान लें कि न्यूज़ीलैंड पाकिस्तान के ख़िलाफ़ होने वाले मैच को जीत जाती है और इंग्लैंड अपने आगामी दो मैच जीत जाती है तो भारत, न्यूज़ीलैंड और वेस्टइंडीज़ छह अंकों के साथ अंक तालिका में विराजमान होंगे और इंग्लैंड के खाते में आठ अंक होंगे।
मेजबान न्यूजीलैंड के लिए सफर अब लगभग नामुमकिन
भारत का नेट रन रेट ऐसे में भी वेस्टइंडीज़ और न्यूज़ीलैंड से बेहतर होगा। मान लीजिए कि भारत अपने अगले मैच में 250 रनों के लक्ष्य का पीछा करता है और 100 रनों से हार जाता है। साथ ही न्यूज़ीलैंड अपने अगले मैच में 300 रन बना कर 150 रनों के बड़े अंतर से मैच जीत जाता है, तब भी न्यूज़ीलैंड का नेट रन रेट 0.272 और भारत का 0.363 होगा।
साथ ही अगर दक्षिण अफ़्रीका आने वाले दोनों मैच हार जाता है तो ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज़, इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड आठ अंक के साथ टूर्नामेंट के इस चरण को समाप्त करेंगे।
दक्षिण अफ़्रीका:पाकिस्तान के ख़िलाफ़ वेस्टइंडीज़ की हार का मतलब है कि साउथ अफ़्रीका आराम से सेमीफाइनल तक पहुंच जाएंगा, बशर्ते वह अपने आख़िरी दो मैच बुरी तरह से न हारे। ऐसा इसलिए है क्योंकि वेस्टइंडीज़ को अब अधिकतम आठ अंक ही मिल सकते हैं, और जो पांच टीमें आठ अंकों तक पहुंच सकती हैं, उनमें से उनका नेट रन रेट शायद सबसे ख़राब होगा।
दक्षिण अफ़्रीका को सेमीफ़ाइनल की दौड़ से बाहर होने के लिए अपने आख़िरी दो मैच भारी अंतर से हारने होंगे। उदाहरण के लिए यदि वे 200 रनों के संयुक्त कुल अंतर से हार जाते हैं, और यदि वेस्टइंडीज उन्हें 100 रनों से हरा देता है, तो साउथ अफ़्रीका का नेट रन रेट -0.509 पर खिसक जाएगा, और वेस्टइंडीज़ का -0.417 तक बढ़ जाएगा।
दक्षिण अफ़्रीका अभी भी दो मैचों को हारने के बाद भी सेमीफ़ाइनल में पहुंचने वाली चौथी टीम (ऑस्ट्रेलिया, भारत और इंग्लैंड के बाद) बन सकती है।
वेस्टइंडीज़:वेस्टइंडीज़ को क्वालीफ़ाई करने के लिए दक्षिण अफ़्रीका को हराना होगा, और बदले में दक्षिण अफ़्रीका को भारत को हराना होगा। उस स्थिति में ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ़्रीका, इंग्लैंड (यह मानते हुए कि वे अपने अंतिम दो मैच जीत जाएंगे) और वेस्टइंडीज़ क्वालीफ़ाई कर जाएंगे। उनका नेट रन रेट इतना कमज़ोर है कि वह छह अंकों के साथ क्वालीफ़ाई नहीं कर पाएंगे।
इंग्लैंड:अपेक्षाकृत कमज़ोर बांग्लादेश और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ इंग्लैंड आसानी से जीत दर्ज कर सकता है। उनका नेट रन रेट 0.327 है, जो काफ़ी अच्छा है। हालांकि, अगर वे पूरे चार अंक नहीं लेते हैं, तो दक्षिण अफ़्रीका, भारत और वेस्टइंडीज़ उनसे आगे निकल सकती हैं।अगर बांग्लादेश या पाकिस्तान इंग्लैंड को हरा देती है तब भी इंग्लैंड का नेट रन रेट इतना अच्छा है कि वह सेमीफ़ाइनल मे पहुंच सकते हैं। बशर्ते वेस्टइंडीज़ की टीम साउथ अफ़्रीका से हार जाए।
न्यूज़ीलैंड:जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है कि पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 150 रन की जीत से न्यूजीलैंड का नेट रन रेट 0.272 होगा, जो कि निश्चित रूप से भारत से कम होगा, भले ही भारत अपना आख़िरी मैच हार जाए। तब भी भारत और इंग्लैंड का नेट रन रेट काफ़ी बढ़िया है।
न्यूज़ीलैंड के पास सेमीफ़ाइनल में जाने का केवल एक ही मौक़ा बनेगा, जब दक्षिण अफ़्रीका वेस्टइंडीज़ को हरा देगा, और इंग्लैंड को अपने अंतिम दो मैचों में एक से अधिक अंक ना मिले। कुल मिला कर ऐसा लग रहा है कि न्यूज़ीलैंड के लिए विश्व कप का सफर लगभग समाप्त हो गया है।
बांग्लादेश और पाकिस्तान की इस विश्व कप में भूमिकाएं समाप्त नहीं हुई हैं लेकिन सेमीफ़ाइनल में पहुंचने के लिए उनके पास पर्याप्त अंक या नेट रन रेट नहीं है।
बांग्लादेश की टीम यह अपना पहला ही विश्वकप खेल रही थी और उसने पाकिस्तान को मैच हराकर अपनी वनडे विश्वकप की पहली जीत अर्जित की। वहीं पाकिस्तान ने 13 साल बाद वनडे विश्वकप का कोई मैच जीता। इंडीज को पाक ने 8 विकटों से हराया। साल 2009 में पाक की आखिरी जीत भी इंडीज के खिलाफ ही आई थी। यह वनडे का मैच टी-20 का बना तब जाकर पाक को पहली जीत नसीब हुई। इस कारण तुलना की जाए तो बांग्लादेश का प्रदर्शन पाकिस्तान से बेहतर कहा जा सकता है।