32 वर्षीय ईशांत शर्मा 100 टेस्ट मैचों खेलने वाले विश्व के 70वें और भारत के 11वें क्रिकेटर बन गए हैं। यही नहीं कपिल देव के बाद वह सिर्फ दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज है जिन्होंने यह कारनामा किया है।
भारत की ओर से 100 टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ियों में सचिन तेंदुलकर (200), राहुल द्रविड़ (163), वीवीएस लक्ष्मण (134),अनिल कुंबले (132), कपिल देव (131), सुनील गावस्कर (125), दिलीप वेंगसरकर (116), सौरव गांगुली (113), वीरेंदर सहवाग (103) और हरभजन सिंह (103) शामिल हैं।
इस उपलक्ष्य पर मैच की शुरुआत से पहले इशांत शर्मा को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा एक स्मृति चिन्ह और एक स्पेशल कैप भेंट में दी गई।
साल 2007 में ईशांत ने बांग्लादेश के खिलाफ 18 वर्ष की उम्र में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। इसके बाद वह अनिल कुंबले, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में खेलेते हुए दिखे।
अपने सौवें टेस्ट में भी वह आज एकमात्र भारतीय तेज गेंदबाज रहे जिसके खाते में विकेट आया उन्होंने अपने दूसरे ओवर में ही सिबली को स्लिप में खड़े रोहित शर्मा के हाथों कैच करवाया।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को लेकर ईशांत शर्मा की प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह चाहता तो कैरियर को लंबा करने के लिये सीमित ओवरों के क्रिकेट को चुन सकता था लेकिन उसने टेस्ट क्रिकेट चुना।ईशांत ने आखिरी वनडे 2016 में और आखिरी टी20 मैच 2013 में खेला था।
विराट ने कहा, कई लोगों की प्रेरणा खत्म हो जाती है। उसके पास कौशल है और वह चाहता तो चार ओवर , दस ओवर का क्रिकेट और नियमित रूप से आईपीएल खेल सकता था। लेकिन इशांत टेस्ट क्रिकेट के प्रति वह पूरी तरह से समर्पित हो गया।