बेंगलुरू: भारतीय तेज गेंदबाज और उपकप्तान जसप्रीत बुमराह ने श्रीलंका के खिलाफ बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में शनिवार से होने वाले दूसरे डे नाईट टेस्ट मैच की पूर्वसंध्या पर आज कहा कि कुलदीप यादव को टीम से ड्रॉप नहीं किया गया है, बल्कि बायो-बबल से ब्रेक दिया गया है।
कुलदीप यादव पिछले दो साल से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं और इसी के चलते टीम से अंदर-बाहर होते रहे हैं। उन्होंने टीम इंडिया के लिए आखिरी टेस्ट मैच पिछले साल फरवरी में खेला था। बुमराह ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हमने उन्हें टीम से बाहर नहीं किया है, वह लंबे समय से बायो-बबल में थे, उन्हें टीम से रिलीज किया गया है। बायो-बबल में रहना आसान नहीं होता है, खिलाड़ियों की मेंटल हेल्थ भी एक अहम मुद्दा है।'
बुमराह ने टीम में शामिल किये गए लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल की तारीफ करते हुए कहा, 'अक्षर जब भी खेलते हैं, उनके आने से टीम को फायदा मिला है। वह हर डिपार्टमेंट में अहम योगदान देते हैं। वह चोटिल थे, लेकिन फिट होते ही टीम में उनकी वापसी हुई है। हम टीम कॉम्बिनेशन को लेकर बात करेंगे, लेकिन हां उनकी उपस्थिति काफी अहम है।'
गुलाबी गेंद से मानसिक तौर पर सामंजस्य बिठाना पड़ता है
भारत के उपकप्तान जसप्रीत बुमराह ने शुक्रवार को कहा कि क्रिकेटरों को गुलाबी गेंद से टेस्ट खेलते समय मानसिक तौर पर सामंजस्य बिठाना होता है लेकिन कोई तय मानदंड नहीं है क्योंकि अब तक खेले गए दिन रात के तीनों टेस्ट में हालात अलग अलग थे।
भारत को श्रीलंका के खिलाफ शनिवार से दिन रात का टेस्ट खेलना है। इससे पहले भारतीय टीम बांग्लादेश के खिलाफ सीम लेती ईडन गार्डंस की पिच पर, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडीलेड ओवल की उछाल भरी पिच पर और इंग्लैंड के खिलाफ मोटेरा की टर्निंग पिच पर गुलाबी गेंद से खेल चुकी है।
बुमराह ने कहा कि गुलाबी गेंद के टेस्ट को लेकर अभी भी टीम सीखने की प्रक्रिया में है।उन्होंने मैच से पूर्व वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा , पेशेवर क्रिकेटर के तौर पर हमें हालात के अनुरूप तेजी से ढलना होगा। गुलाबी गेंद क्षेत्ररक्षण के समय अलग लगी है। आप जैसा आंकते हैं, यह उससे पहले आ जाती है।उन्होंने कहा , दोपहर में भले ही स्विंग नहीं मिले लेकिन शाम को इससे स्विंग मिलेगी। यह सब छोटे छोटे पहलू हैं।
बुमराह ने कहा , हमने गुलाबी गेंद से ज्यादा नहीं खेला है । जब भी खेला है तो हालात अलग अलग रहे हैं तो कोई तय मानदंड नहीं है।उन्होंने कहा , जो कुछ भी थोड़ा बहुत अनुभव है और जो फीडबैक मिला है, उसके आधार पर ही उन चीजों पर काम कर सकते हैं जो आपके नियंत्रण में हैं।
उन्होंने कहा कि मोहाली टेस्ट के दौरान भी टीम ने गुलाबी गेंद से वैकल्पिक अभ्यास सत्र में भाग लिया था।
बुमराह ने कहा , हमें गुलाबी गेंद से फील्डिंग, गेंदबाजी या बल्लेबाजी की आदत नहीं है। हम गुलाबी गेंद से नहीं खेलते हैं। दूधिया रोशनी में क्षेत्ररक्षण करते हुए कई सामंजस्य बिठाने पड़ते हैं ।हम अभी भी इस प्रारूप में नये हैं।
यह पूछने पर कि टीम तीन स्पिनरों या तेज गेंदबाजों के साथ उतरेगी, बुमराह ने कहा कि आखिरी बार पिच का मुआयना करने के बाद ही टीम संयोजन पर फैसला लिया जायेगा।
उन्होंने कहा , हमने पिच देखी है लेकिन अंतिम मुआयना करने के बाद ही संयोजन के बारे में तय किया जायेगा।समझा जा रहा है कि जयंत यादव की जगह अक्षर पटेल को उतारा जा सकता है। बुमराह ने हालांकि इस बारे में कोई खुलासा नहीं किया।