सिडनी: पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क को लगता है कि हाल में टी20 विश्व कप का खिताब हासिल करने के बाद अगर ऑस्ट्रेलिया एशेज जीत लेता है तो मुख्य कोच जस्टिन लैंगर अपना पद छोड़ देंगे।लैंगर को 2018 में गेंद से छेड़छाड़ विवाद के बाद मुख्य कोच नियुक्त किया गया था। उनके रहते हुए टीम ने रविवार को पहली बार टी20 विश्व कप जीता।
ओटीटी प्लेटफॉर्म एमेजॉन प्राइम वीडियो में जस्टिन लैंगर की बतौर कोच यात्रा एक वेबसीरीज ( The Test Series) के जरिए बताई थी। अगर निर्मात चाहें तो उसका दूसरा सीजन उनके टी-20 विश्वकप और एशेज के प्रदर्शन पर बना सकते हैं अगर ऑस्ट्रेलिया ऐशज जीत या ड्रॉ करा लेती है तो।
जस्टिन लैंगर जब कोच बने थे तो ऑस्ट्रेलिया बदलाव की राह पर था और इंग्लैंड से पहली वनडे सीरीज 0-5 से हार चुका था। इसके बाद उन्होंने धीरे धीरे कर के टीम के युवा खिलाड़ियों में आत्मविश्वास लाने का काम किया।
आखिरकार उनकी दो उपलब्धि रही। वनडे विश्वकप से पहले भारत में 2-1 से टी-20 सीरीज जीत के बाद 0-2 से वापसी कर 3-2 से वनडे सीरीज में जीत। इसके बाद वनडे विश्वकप के बाद हुए ऐशज में 2-2 से इंग्लैंड से बराबरी करना।
हालांकि इस साल की शुरुआत के दौरान ही जस्टिन लैंगर के लिए एक ना पचने वाली बात हुई थी। चोट से गुजरने के बावजूद भी भारत की युवा टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उस की ही जमीन पर बोर्डर गावस्कर सीरीज हरा दी थी। यह दूसरी बार था जब ऑस्ट्रेलिया अपनी ही धरती पर भारत से टेस्ट सीरीज हारा हो। दिलचस्प बात यह है कि दोनों ही बार ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन और कोच जस्टिन लैंगर थे।
क्लार्क ने सिडनी मॉर्निंग हेरल्ड से कहा, वह चाहते थे कि ऑस्ट्रेलिया दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम बने। वह चाहते थे कि हम ऐसी क्रिकेट खेलें जिस पर उन्हें गर्व हो और हमने अभी-अभी विश्व कप जीता है।
उन्होंने कहा, अगर हम एशेज भी जीत जाते हैं तो फिर वह उन सब चीजों को हासिल कर लेंगे जिसके लिये उन्होंने यह पद संभाला था और जितना मैं लैंग (लैंगर) को जानता हूं वह गलत कारणों के लिये कोच नहीं बने रहेंगे।
खिलाड़ियों ने कमाल का प्रदर्शन किया: लैंगर
पहली बार टी 20 विश्व कप की चैंपियन बनी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कोच जस्टिन लैंगर ने फ़ाइनल के बाद कहा था कि मैं जानता हूं कि इस वक़्त सभी कप्तान या कोच यही कहते कि ये शानदार लम्हा है लेकिन मैं सच बता रहा हूं इन खिलाड़ियों ने कमाल का प्रदर्शन किया है और हमने बहुत मज़ा किया। यही हमारी क़ामयाबी की सबसे बड़ी कुंजी है। ज़म्पा और हेज़लवुड ने जैसा प्रदर्शन किया है वह बेहद ख़ास है।