कराची। पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज नासिर जमशेद को पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) ट्वंटी-20 टूर्नामेंट में स्पॉट फिक्सिंग और भ्रष्टाचार में संलिप्पता का दोषी ठहराते हुए राष्ट्रीय बोर्ड पीसीबी ने शुक्रवार को 10 वर्षों के लिए निलंबित करने का फैसला सुनाया।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बताया कि नासिर को भ्रष्टाचार रोधी न्यायाधिकरण ने पीएसएल में भ्रष्टाचार का दोषी पाया है और 10 वर्षों के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए जमशेद ने करियर में 48 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच और दो टेस्ट खेले हैं।
उन्हें इससे पहले फरवरी 2017 में पीसीबी के भ्रष्टाचार रोधी नियमों का उल्लंघन करने के लिए भी क्रिकेट के सभी प्रारूपों से निलंबित किया गया था जबकि दिसंबर में फिर एसीयू के साथ जांच में सहयोग नहीं करने पर एक वर्ष के लिए निलंबित किया गया था।
पीसीबी के कानूनी सलाहकार तफाजुल रिजवी ने बताया कि जमशेद की स्पॉट फिक्सिंग मामले में अहम भूमिका थी। उन्होंने कहा, पीसीबी ने नासिर जमशेद के खिलाफ जो विभिन्न आरोप लगाए थे वे साबित हो गए हैं जिसके बाद न्यायाधिकरण ने क्रिकेटर को 10 वर्षों के लिए निलंबित करने का फैसला लिया है।
रिजवी ने कहा, नासिर को निलंबन की इस अवधि में और इसके बाद भी क्रिकेट या क्रिकेट प्रशासन में किसी भूमिका की अनुमति नहीं होगी। नासिर ने पीएसएल के पहले दो संस्करणों में हिस्सा नहीं लिया था लेकिन गत वर्ष ट्वंटी-20 लीग में हुई स्पॉट फिक्सिंग में उनकी बड़ी भूमिका साबित हुई थी।
बल्लेबाज शारजिल खान और खालिद लतीफ को भी स्पॉट फिक्सिंग में संलिप्पता के लिए पांच-पांच वर्ष के लिए निलंबित किया गया है जबकि तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान और ऑलराउंडर मोहम्मद नवाज को 12 और क्रमश: दो महीने के लिए निलंबित किया गया है। (वार्ता)