साल 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ करुण नायर की 303 रनों की पारी को छोड़ दे तो वह एक भी बार अर्धशतक नहीं लगा पाए। चौथे टेस्ट में जब वह ड्रॉप हुए तो लगा अब उनके टेस्ट करियर का संभवत अंत हो गया है। विदर्भ के साथ सफल प्रदर्शन ने नायर को आठ साल बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करने में भी मदद की।
विजय हजारे ट्रॉफी (50 ओवर) में लगातार पांच शतक के साथ 779 रन के उनके रिकॉर्ड ने उनकी वापसी की कोशिश को और मजबूत किया।
इस शानदार प्रदर्शन के दौरान नायर ने बिना आउट हुए 542 रन बनाकर लिस्ट ए का नया रिकॉर्ड भी बनाया।हालांकि नायर मौजूदा इंग्लैंड दौरे में पहले तीन टेस्ट मैच में 00, 20, 31, 26, 40 और 14 रन बनाकर अपनी फॉर्म को दोहराने में नाकाम रहे हैं।यह एक दिलचस्प आंकड़ा ही है कि एक 303 रनों की पारी के बाद भी करुण नायर टेस्ट क्रिकेट में अपने एक हजार रन नहीं पूरे कर पाए।
अब भारतीय बल्लेबाज करुण नायर तीन साल के अंतराल के बाद आगामी घरेलू सत्र के लिए कर्नाटक की टीम में वापस लौटेंगे। विदर्भ क्रिकेट संघ (VSA) ने उन्हें अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) दे दिया है।नायर ने 2024-25 सत्र में विदर्भ की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने 53 की औसत से 863 रन बनाए थे और केरल के खिलाफ फाइनल में शतक भी लगाया था।