खलिल अहमद ने किया जलील, बल्लेबाजों ने की धुनाई, लगातार लगाए 7 चौके

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 7 नवंबर 2019 (20:27 IST)
राजकोट। 21 बरस के युवा भारतीय तेज गेंदबाज खलिल अहमद ने राजकोट में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच में काफी जलील किया। उन्होंने अपनी गेंदबाजी में लगातार 7 चौके लुटा डाले। पहले टी-20 में दिल्ली में 19वें ओवर में उनकी तीसरी, चौथी, पांचवीं और छठी गेंद पर लगातार 4 चौके लगे थे, जबकि राजकोट में उनकी पहली 3 गेंदों पर 3 चौके लगे।
 
सबसे मजेदार बात यह थी कि दिल्ली में भी बांग्लादेश के धाकड़ बल्लेबाज मोहम्मद नईम ने खलिल की गेंदबाजी की बखिया उधेड़ी थी और राजकोट में भी जो लगातार 3 चौके लगे, वह भी नईम ने ही लगाए। इस मैच में भारतीय गेंदबाजी की शुरुआत एक छोर से दीपक चहर ने की जबकि दूसरे छोर पर थे खलिल अहमद।
 
खलिल ने सपने में भी नहीं सोचा था कि विकेट पर मोर्चा संभाले मोहम्मद नईम की बाजुएं उनकी गेंदबाजी के धुर्रे बिखरने के लिए तड़प रही हैं। नईम ने खलिल का स्वागत लगातार 3 चौके जड़कर किया। खलिल ने पहले 2 ओवर में 24 रन लुटाए जबकि चहर ने 2 ओवर में केवल 10 रन ही दिए। खलिल ने अब तक 13 टी-20 मैच खेले हैं, जिसमें केवल 12 विकेट ही लिए हैं। इन 13 मैचों में उन्होंने बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 1 रन बनाया है।
 
टीम इंडिया ने दिल्ली में खेले गए पहले टी-20 मैच को 7 विकेट से गंवाया था और राजकोट में दूसरे टी-20 मैच में भी कप्तान रोहित शर्मा ने टीम में कोई बदलाव नहीं किया। नाकारा गेंदबाजी और बल्लेबाजी के लिए टीम इंडिया इस वक्त आलोचकों के निशाने पर है। रोहित जैसे कप्तान पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। वे जो भी प्रयोग कर रहे हैं, वे बुरी तरफ फ्लॉप हो रहा है।
 
खुद रोहित शर्मा के लिए यह मैच कितना महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वे यदि राजकोट मैच गंवा देते हैं तो सीरीज भी हार जाएंगे और तब उनका 100वां टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच पानी में गल जाएगा। सनद रहे कि रोहित 100 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले दुनिया के दूसरे और भारत के पहले क्रिकेटर बन गए हैं।
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख