मुंबई इंडियन्स की ओर से खेलने वाले ऑलराउंडर क्रुणाल पांड्या को आखिरकार वनडे कैप मिल ही गई। पुणे में खेले जा रहे पहले वनडे में उनको खेलने का मौका मिला। क्रुणाल को भाई हार्दिक पांड्या के हाथों यह कैप मिली।
इस पल में वह भावुक हो उठे और अपने बड़े भाई हार्दिक के गले से लिपट गए। हाल ही में इस साल के पहले महीने में दोनों ही भाइयों के पिता हिमांशु पंड्या का निधन हो गया था।
उस दौरान सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बड़ौदा की कप्तानी कर रहे क्रुणाल परिवार के पास पहुंचने के लिए टूर्नामेंट के लिए बनाए गए बायो बबल से बाहर निकल आए थे। हार्दिक इस दौरान इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज की तैयारियों में व्यस्त थे।
पिता हिमांशु पांड्या ने अपने बेटों की सफलता में बड़ी भूमिका निभाई थी।वे हमेशा चाहते थे कि उनके बेटे अच्छा क्रिकेट खेलें। आज क्रुणाल पांड्या संभवत इसलिए भावुक हो गए होंगे क्योंकि अगर आज उनके पिता जीवित होते तो बहुत खुश होते।
वनडे में यह पहली बार है जब हार्दिक और क्रुणाल पांड्या दोनों एक साथ खेल रहे हैं। इससे पहले भारतीय टीम के लिए इरफान पठान और यूसूफ पठान एक साथ खेला करते थे।
विजय हजारे टूर्नामेंट में बड़ौदा की तरफ से बतौर कप्तान क्रुणाल पांड्या ने दो नाबाद शतकों समेत दो अर्धशतक जड़े थे जिसका इनाम उनको भारतीय टीम की वनडे कैप देकर दिया गया। टी-20 में वह टीम से पहले जुड़ चुके हैं। 18 टी-20 मैचों में 24 की औसत से उन्होंने 121 रन बनाए हैं। उनके आने से टीम को एक और ऑलराउंडर मिलेगा। दोनों पांड्या भाई ऑलराउंडर है एक तेज गेंदबाजी का एक स्पिन गेंदबाजी का।
दिलचस्प बात यह है कि आज इंग्लैंड की टीम की ओर से भी एक भाई की जोड़ी खेल रही है। सैम करन और टॉम करन दोनों ही पहले एकदिवसीय मैच के लिए इंग्लैंड की टीम में शामिल हैं। (वेबदुनिया डेस्क)