फिल्म के बारे में धोनी का आया यह बयान

Webdunia
गुरुवार, 11 अगस्त 2016 (19:38 IST)
नई दिल्ली। विश्वकप विजेता कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी अपने जीवन पर बनी फिल्म 'एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी' को लेकर बेहद रोमांचित हैं और इस फिल्म के ट्रेलर को गुरुवार को लांच किये जाने के समय उन्होंने  कहा कि इसमें उनके क्रिकेटर बनने के सपने को दिखाया गया है।
दिल्ली के डीएवी, कुलाची हंसराज मॉडल स्कूल में फिल्म का ट्रेलर लांच किये जाने के समय धोनी के साथ इस फिल्म में उनकी भूमिका निभा रहे इसी स्कूल के छात्र रहे सुशांत सिंह राजपूत और फिल्म के निर्देशक नीरज पांडे मौजूद थे। 
 
धोनी ने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए कहा कि जब मैं स्कूल में था, तब मुझे खेलने के लिये भी उतना ही प्रोत्साहित किया गया था जितना कि पढ़ने के लिये। हमारे समय में खेल या संगीत के मुकाबले पढ़ाई में कम रुचि रखने वाले बच्चों को हेय दृष्टि से देखा जाता था लेकिन इस मामले में मैं खुशकिस्मत था कि मुझे पढ़ाई के साथ-साथ अपने पसंद के खेल का लुत्फ उठाने का पूरा समर्थन मिला।
 
सीमित ओवरों के भारतीय कप्तान ने कहा कि मुझे पता है कि यह फिल्म कैसे और किन पहलुओ पर बनीं है लेकिन मेरे लिये यह देखना दिलचस्प होगा कि फिल्म में उस लम्हे को कैसे दिखाया गया है जब मैं अपने माता-पिता को क्रिकेटर बनने के अपने सपने के बारे में बता रहा था। यह फिल्म 30 सितंबर को रिलीज होगी।
 
धोनी ने अपने कोच की बातों को याद करते हुये कहा कि जब मैं स्कूल में अपनी फुटबॉल टीम का गोलकीपर था, तब मेरे कोच ने मुझे क्रिकेट में विकेटकीपिंग करने की सलाह दी। उन्होंने उस समय कहा था कि फुटबॉल में हाथ छोटा और  बॉल बड़ी होती है लेकिन क्रिकेट में हाथ में दस्ताने होते हैं और बॉल छोटी हो जाती है।
 
धोनी का किरदार निभाने वाले अभिनेता सुशांत ने इस अवसर पर कहा कि उन्होंने धोनी से अच्छा इंसान बनना सीखा है। सुशांत ने कहा कि 15-20 साल पहले तक यह कोई सोच भी नहीं सकता था की बिहार-झारखंड से कोई इतना बड़ा क्रिकेटर निकल सकता है। 
 
मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों में कैसे शांत रहना है यह धोनी से ही मैंने सीखा है। धोनी ने हमें यह भी सिखाया कि किसी के बड़े शहर या फिर छोटे शहर से होने से कोई फर्क नहीं पड़ता, अगर आप सच्चाई से मेहनत करते रहे तो कुछ भी नामुमकिन नहीं।
 
निर्देशक नीरज पांडे ने स्कूल के बच्चों से कहा कि मंच पर खड़े हम तीनों इस बात के सबूत है कि अगर आप पढ़ाई में अच्छे नहीं है तब भी अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। इसके लिये जरूरत है लगन और मेहनत से अपने पसंद का काम करने की। (वार्ता)
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