भारतीय क्रिकेट फैंस और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन के बीच टेस्ट सीरीज में पिच को लेकर कितनी रस्साकशी चली थी यह किसी से छुपा नहीं है। दूसरे टेस्ट से उन्होंने भारतीय पिच को क्या कुछ नहीं कहा।
दूसरी टेस्ट की पहली पारी से जैसे ही इंग्लैंड के बल्लेबाज धराशाही होते चले गए, उन्होंने यहीं से पिच पर विलाप करना शुरु कर दिया। कहा कि भारत अपने फायदे के लिए ऐसी पिच बनवाता है जो पहले दिन से टर्न। ऐसी पिचों के लिए उन्होंने अंग्रेजी के एक शब्द रैंक टर्नर का इस्तेमाल किया था।
अब माइकल वॉन का ध्यान पिच से हटकर टॉस पर चला गया है। गौरतलब है कि मौजूदा टी-20 सीरीज में जिस कप्तान ने टॉस जीता है उसने पहली बल्लेबाजी ली है और मैच जीतने में भी सफल हुआ है। इस तरह यह सीरीज टॉस जीतो, मैच जीतो वाली सीरीज बनी हुई है।
पहले टी-20 में इंग्लैंड ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी भारत को 124 रनों पर समेट दिया, इस लक्ष्य का पीछा करने में इंग्लैंड को मुश्किल नहीं हुई और 8 विकेट से मैच जीत लिया। वहीं दूसरे टी-20 में भारत ने टॉस जीता और इंग्लैंड को 164 रनों पर रोक दिया। ईशान किशन की बेहतरीन 56 रनों की पारी से भारत यह मैच 7 विकेट से जीत गया। तीसरे टी-20 में इंग्लैंड ने फिर टॉस जीता और भारत को सिर्फ 156 रन बनाने दिए। बटलर की तूफानी 82 रनों की पारी से इंग्लैंड यह मैच 8 विकेट से जीत गया।
माइकल वॉन ने यह तीन टी-20 को देखकर ट्विटर पर लिखा कि लगता है भारत में होने वाले आगामी टी-20 विश्वकप 2021 में सर्वश्रेष्ठ टॉस जीतने वाला कप्तान ही विजेता होगा।
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So it looks like the T20 World Cup in India could be won by the best Tosser !!!! #INDvENG
— Michael Vaughan (@MichaelVaughan) March 16, 2021
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यह तो सामान्य सी बात है कि टॉस हारने के लिए किसी कप्तान को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। लेकिन उनका कटाक्ष इस तरफ था कि टॉस जीतकर ही कप्तान आधा मैच अपनी मुट्ठी में कर रहा है। टॉस इतना बड़ा फैक्टर बन गया है कि जीतने वाला कप्तान अपने हिसाब से खेल को चला रहा है। टॉस हारने वाली टीम मैच में दिख ही नहीं पाती।
वॉन का मानना है कि विश्वकप में भी कप्तान को टीम कॉंम्बिनेशन, बल्लेबाजी पर कम ध्यान देकर टॉस जीतने पर ही ज्यादा ध्यान देना चाहिए। वैसे वॉन का कटाक्ष गलत भी नहीं है टॉस जीतकर कई टीमें पहले गेंदबाजी कर लेती हैं और जब ओस आती हैं तो 200 रनों के लक्ष्य तक आसानी से पहुंच जाती है।