क्राइस्टचर्च:भारतीय महिला क्रिकेट टीम की एकदिवसीय कप्तान मिताली राज ने न्यूजीलैंड श्रृंखला और 2022 महिला क्रिकेट विश्व कप से पूर्व न्यूजीलैंड के दौरे से पहले कहा कि एक टीम को हमेशा किसी न किसी चुनौती का सामना करना होता है। अनुभवी बल्लेबाज मिताली ने कहा कि 250-270 का स्कोर खड़ा करने के लिए शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को पारी के अंत तक बल्लेबाजी करनी होगी।
मिताली ने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “एक टीम के लिए चुनौतियां हमेशा ही रहती हैं। कोई भी टीम परफेक्ट नहीं होती है। हमें लगातार 250-270 रन का स्कोर खड़ा करने के लिए अपने शीर्ष क्रम के बल्लेबाज को पारी के अंत तक खेलने की जरुरत होगी।”
250+रन बनाने का प्लान बताया
भारतीय महिला टीम कप्तान ने आगे कहा कि 250 से अधिक रन बनाने के लिए टीम को एक-दो बड़ी साझेदारियों की आवश्यकता होगी।उन्होंने कहा, “एक या दो साझेदारी होनी चाहिए या खिलाड़ी को 50-50 रन बनाने चाहिए। , मुझे लगता है कि अगर शीर्ष क्रम ज्यादा योगदान देता है, तो हम 250-270 रन का स्कोर आसानी से बना पाएंगे।
उन्होंने कहा, "ऐसा बहुत कम होता है कि एक बल्लेबाजी यूनिट के रूप मध्य क्रम या निचला मध्य क्रम ज्यादा रन बनाता है। यह महत्वपूर्ण है कि हम सभी अपनी भूमिका जिम्मेदारी से निभाएं।"
मिताली ने कहा कि घरेलू स्तर पर खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार आया है और विदेशी लीग में बढ़िया प्रदर्शन से भारतीय महिला क्रिकेट में अच्छी प्रगति हुई है
उन्हाेंने कहा कि जब आप उच्चतम स्तर पर खेलते हैं औऱ टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही होती है, तो आपसे हमेशा उम्मीदें होती हैं। इन पिछले चार वर्षों में, मुझे लगता है कि घरेलू क्रिकेट को मानक में बड़े पैमाने पर सुधार आया है।
मिताली ने कहा, “इस सीजन में मैंने कई खिलाड़ियों को 100 रन बनाते देखा है। साथ ही, कई खिलाड़ियों को विदेशी लीग खेलने का मौका मिला है। इसलिए, कई खिलाड़ियों को एक्सपोजर मिला है। खिलाड़ियों को मैच में समय मिला है। खिलाड़ियों ने अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से समझी है। मैं अपने खेल पर काम कर रही हूँ। यह महिला क्रिकेट के लिए अच्छी प्रगति रही है।”
स्ट्राइक रेट को भी माना चिंता का विषय
खिलाड़ियों के स्ट्राइक-रेट के बारे में पूछे जाने पर, भारतीय एकदिवसीय कप्तान ने कहा कि जीत के लिए एक पारी खेलना और साझेदारी बनाना स्ट्राइक रेट से ज्यादा महत्वपूर्ण है। मिताली ने कहा,“मेरा मानना है कि क्रिकेट स्थिति काे भांप कर खेले जाने वाला खेल है। हमें एक अच्छे स्ट्राइक रेट की जरूरत है, लेकिन हम केवल स्ट्राइक रेट पर ही ध्यान केंद्रित नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि टीम के जीतने और साझेदारी बनाने के लिए एक लंबी पारी खेलना महत्वपूर्ण है और यह स्ट्राइक रेट से संभव नहीं है, बल्कि परिस्थितियों के आधार पर नीति बना कर खेलने से मुमकिन होता है।
गौरतलब है कि भारतीय टीम 09-24 फरवरी के बीच न्यूजीलैंड के खिलाफ एक टी-20 और पांच एकदिवसीय मैच खेलेंगी। इसके बाद मिताली की अगुवाई वाली टीम विश्व कप में हिस्सा लेगी।
आठ टीमों का विश्व टूर्नामेंट राउंड-रॉबिन प्रारूप में खेला जाएगा, जिसके बाद नॉकआउट होगा। भारत अपने विश्व कप अभियान की शुरुआत छह मार्च को पाकिस्तान के खिलाफ करेगा।
न्यूजीलैंड क्रिकेट ने कोरोना के कारण घरेलू शेड्यूल में किया बदलाव
न्यूजीलैंड क्रिकेट ने कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के प्रकोप के मद्देनजर जोखिम को कम करने के लिए गुरुवार को अपने घरेलू अंतरराष्ट्रीय शेड्यूल में संशोधन की घोषणा की।
न्यूजीलैंड क्रिकेट ने एक बयान में कहा, “शेड्यूल में तत्काल बदलाव के तहत दक्षिण अफ्रीका की पुरुष क्रिकेट टीम फरवरी-मार्च में देश में अपनी यात्रा की पूरी अवधि के दौरान क्राइस्टचर्च में रहेगी और निर्धारित दोनों टेस्ट मैच क्राइस्टचर्च के हेगले ओवल मैदान पर खेलेगी, जबकि मूल शेड्यूल के मुताबिक दूसरे मैच के लिए टीम को वेलिंगटन में शिविर लगाना था।”
इसके अलावा न्यूजीलैंड महिला टीम के शेड्यूल में भी बदलाव किया गया है। फरवरी में भारतीय महिला टीम के खिलाफ एक टी-20 और पांच मैचों की वनडे सीरीज पूरी तरह से क्वीन्सटाउन के जॉन डेविस ओवल में खेली जाएगी। वहीं महिला टीम के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टी-20 मैचों (व्यवस्थित आईसोलेशन एवं क्वारंटीन के अधीन) को नेपियर में, जबकि नीदरलैंड पुरुष टीम के दौरे को माउंट माउंगानुई (एक टी-20 और एक वनडे) और हैमिल्टन (दो वनडे) के बीच विभाजित किया जाएगा।
न्यूजीलैंड क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी डेविड व्हाइट ने कहा, “ये जोखिम ज्ञात कोरोना हॉटस्पॉट से बचने पर आधारित हैं और इसमें हवाई यात्रा को सीमित करना, आवास स्थानांतरण को सीमित करना और अनिवार्य रूप से सुरक्षित वातावरण में संचालन करना शामिल है। हम जानते हैं कि हमारे पास जितनी अधिक घरेलू उड़ानें हैं और होटलों के बीच जितनी अधिक आवाजाही होती है, मैच या यहां तक कि श्रृंखला के जोखिम में पड़ने की संभावना उतनी ही अधिक होती है।”(वार्ता)