नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग की संचालन परिषद के एक प्रस्ताव के अनुसार अगले सत्र में वापसी को तैयार दागी टीमों चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को पिछले दो साल में राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स और गुजरात लायंस की ओर से खेलने वाले खिलाड़ियों को रिटेन करने की स्वीकृति दी जा सकती है।
अगले महीने होने वाली कार्यशाला में अगर फ्रेंचाइजियां इस पर राजी होती हैं तो इससे महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपरकिंग्स में वापसी का रास्ता साफ हो सकता है।
आईपीएल संचालन परिषद के सदस्य ने बैठक के बाद कहा, ‘हम कम से कम तीन खिलाड़ियों को रिटेन करने का प्रस्ताव रखने वाले हैं -एक भारतीय और दो विदेशी। पिछले दो साल पुणे और गुजरात की ओर से खेलने वाले खिलाड़ियों को चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रायल्स द्वारा रिटेन किया जा सकता है। हम अगले महीने कार्यशाला के दौरान टीम मालिकों के सामने यह प्रस्ताव रखेंगे।’
यह प्रस्ताव अगर स्वीकार होता है तो इसका मतलब हुआ है पिछले दो सत्र में पुणे सुपरजाइंट्स की ओर से खेलने वाले धोनी सीएसके द्वारा स्वत: ही रिटेन हो जाएंगे। गुजरात लायंस की ओर से खेलने वाले सुरेश रैना या रविंद्र जडेजा के साथ भी ऐसा ही है।
आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि ‘राइट टू मैच’ सहित कुल रिटेन खिलाड़ियों की संख्या फ्रेंचाइजियों की सहमति के आधार पर तीन से पांच के बीच हो सकती है।
पता चला है कि अधिकांश फ्रेंचाइजियां चाहती हैं कि कुल वेतन सीमा 60 करोड़ से बढ़ाकर 75 करोड़ रुपए कर दी जाए जबकि कुछ इसे 80 करोड़ रुपए करवाना चाहती हैं। अधिकारी ने कहा, ‘अधिकांश फ्रेंचाइजी वेतन सीमा 75 करोड़ रुपए कराना चाहती हैं। मुझे लगता है कि ऐसा हो जाएगा।’ (भाषा)