महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा दोनों ही आईपीएल के सफलतम कप्तानों में से एक हैं। दोनों की जीती हुई ट्रॉफियों को अगर मिला दिया जाए तो कुल 8 आईपीएल ट्रॉफी हो जाएंगी। रोहित शर्मा ने 5 बार और महेंद्र सिंह धोनी ने 3 बार मुंबई इंडियन्स और चेन्नई सुपर किंग्स को क्रमश चैंपियन बनाया है।
इसके अलावा धोनी की चेन्नई 10 बार प्लेऑफ में पहुंची है जबकि रोहित की मुंबई सिर्फ 6 बार प्ले ऑफ में पहुंची है। वहीं फाइनल में भी चेन्नई मुंबई से ज्यादा बार पहुंची है। चेन्नई 8 बार तो मुंबई कुल 6 बार फाइनल खेल चुकी है। बस कुल ट्रॉफी मुबंई (5) के पास चेन्ऩई(3) से ज्यादा है।
हालांकि इन दो धाकड़ कप्तानों की तुलना कुल मैचों के आधार पर करें तो महेंद्र सिंह धोनी रोहित शर्मा से थोड़े आगे हैं। रोहित ने 104 मैचों में टीम की कमान संभाली है और 60 में टीम को जीत दिलाई है। वहीं मुंबई इंडियन्स को उनकी कप्तानी में 42 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है और दो मैच टाई हुए हैं।
आईपीएल इतिहास में सबसे ज्यादा धोनी ने कप्तान के रूप में 174 मैच खेले हैं। साल 2008 से ही धोनी चेन्नई सुपर किंग्स से जुड़े थे और तबसे वह चेन्नई के कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में 104 मैच चेन्नई ने जीते हैं और 69 हारे हैं। एक मैच का परिणाम नहीं निकला है।
आईपीएल 2021 में चेन्नई के खिलाफ मुंबई ने पहली बार किए थे 200 से ज्यादा रनों का पीछा
चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ बड़े स्कोर वाले मैच में 4 विकेट की रोमांचक जीत दर्ज करने के बाद मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा था कि यह उनकी जिंदगी का संभवत: सबसे रोमांचक टी20 मैच था।
चेन्नई की 4 विकेट पर 218 रन के विशाल स्कोर का पीछा करते हुए मुंबई ने 6 विकेट पर 219 रन बनाकर आखिरी गेंद पर शानदार जीत दर्ज की थी। उनके जीत के नायक रहे कीरोन पोलार्ड, जिन्होंने महज 34 गेंद में 87 रन की नाबाद पारी खेली थी। पोलार्ड ने अपनी पारी में 8 गगनचुंबी छक्को के अलावा 6 चौके भी लगाए। रोहित ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा था कि पोलार्ड ने अद्भुत पारी खेली।
मैन ऑफ मैच पोलार्ड इससे पहले गेंदबाजी में भी कमाल दिखाया। दूसरे गेंदबाज जहां रन लुटा रहे थे, वहीं उन्होंने दो ओवर में महज 12 रन देकर 2 अहम विकेट भी झटके। यह पहली बार था जब मुंबई इंडियन्स ने 200 से ज्यादा रनों के लक्ष्य का पीछा आईपीएल में किया हो।