भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भले ही आईसीसी ट्रॉफी उतनी न जीती हो लेकिन फिक्सिंग काल में फंसी टीम इंडिया को उन्होंने कैसे उबारा यह किसी से छुपा नहीं है। एक साल से वह बीसीसीआई के अध्यक्ष हैं।
आशचर्य की बात यह है कि बीसीसीआई से वह कोई सैलरी भी नहीं लेते हैं। इसके बावजूद भी सौरव गांगुली एक साल में करोड़ो कमा लेते हैं। हाल ही में वह कई कंपनियों के ब्रैंड एंबेसेडर बने हैं।
एक वेबसाइट के मुताबिक चल अचल संपत्ति मिलाकर सौरव गांगुली की कुल संपत्ति 416 करोड़ है। बंगाल की राजधानी कोलकाता में ही बंगाल टाइगर का एक आलीशान बंगला है।
इसके अलावा सौरव मशूहर शू कंपनी प्यूमा के ब्रैंड एंबेसेडर भी है। इस कंपनी से गांगुली को सालाना 1.35 करोड़ रुपए मिलते हैं। कूरियर कंपनी डीटीडीसी का विज्ञापन करने के लिए सौरव एक साल में करीब 1 करोड़ रुपए लेते हैं।
इसके अलावा प्रिंस ऑफ कोलकाता के ब्रैंड एंडोर्समेंट की लंबी फहरिस्त है। जेएसडब्ल्यू , अजंता शूज, माय 11 सर्किल, टाटा टेटेले एसिलर लैंक और सेनेको गोल्ड और फॉर्च्यून ऑइल इस में शामिल हैं।
हालांकि उनका बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर रहते हुए ब्रैंड एंबेसेडर बने रहना इतना आसान नहीं रहा है। कड़ी आलोचना के साथ उनको हितों के टकराव की कानूनी प्रक्रिया से भी गुजरना पड़ रहा है। (वेबदुनिया डेस्क)