कानपुर: कहते हैं जहर जहर को काटता है। भारत स्पिन के जाल के बलबूते पर न्यूजीलैंड को टेस्ट सीरीज हराने का दम भर रहा है तो न्यूजीलैंड ने भी भारतीय बल्लेबाजी क्रम के सामने यही रणनीति अपनाने की ठानी है।
न्यूजीलैंड के कोच गैरी स्टीड ने कहा कि भारत के खिलाफ गुरुवार से यहां शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच में अगर परिस्थितियों की मांग हुई तो वह तीन विशेषज्ञ स्पिनरों को अंतिम एकादश में शामिल कर सकते है। स्टीड का मानना है कि भारत के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में उस तरह की पिच नहीं होगी जैसा कि इंग्लैंड को विराट कोहली की टीम के खिलाफ अहमदाबाद में मिली थी।
स्टीड ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, आपको इसका कारण पता करना होगा कि टीमें यहां अक्सर आती हैं लेकिन जीत नहीं पातीं। इससे पता चलता है कि यहां चुनौती कितनी बड़ी है।
स्टीड ने संकेत दिया कि मुंबई में जन्में बाएं हाथ के स्पिनर ऐजाज पटेल का सीरीज के टेस्ट मैच में खेलना लगभग तय है। उन्होंने कहा, चार तेज गेंदबाजों और एक कामचलाऊ स्पिनर के साथ खेलने का हमारा पारंपरिक तरीका यहां सफल नहीं हो सकता है। आप इस मैच में तीन स्पिनरों को खेलते हुए भी देख सकते हैं। इसके मामले पर फैसला पिच का मुआयना करने के बाद होगा।
स्टीड ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट के मूल सिद्धांत वही रहेगा लेकिन परिस्थितियों के आधार पर दृष्टिकोण में बदलाव करना होगा। उन्होंने कहा, अगर मैं अपनी टीम की दृष्टिकोण से बात करूं तो हमें अपने खेलने के तरीके को बदलना होगा, लेकिन टेस्ट क्रिकेट के सिद्धांतों पर भी टिके रहना जरूरी होगा। हम लंबे समय तक प्रतिस्पर्धी बने रहने की कोशिश करेंगे।
यह पूछे जाने पर कि इंग्लैंड के खिलाफ भारत के पिछले घरेलू टेस्ट के दौरान जैसी पिचें थी, क्या उसे लेकर वह मैदानकर्मियों से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि ऐसे कुछ करने की जरूरत है क्योंकि उस समय एक ही स्थान पर कई टेस्ट मैच खेलने थे।
उन्होंने कहा, देखिए, इसमें कोई संदेह नहीं है कि वे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियां थीं, लेकिन इस बार यह अंतर है कि हमें दो अलग अलग स्थलों पर टेस्ट मैच खेलना है। इंग्लैंड को एक ही मैदान पर दो टेस्ट मैच खेलने पड़े थे। उन्होंने कहा, हम जानते है कि हमारे लिए दोनों मैदान पर परिस्थितियां काफी अलग होगी क्योंकि कानपुर में पिच काली मिट्टी की है जबकि मुंबई में यह लाल मिट्टी की है।
पहले भी विदेशी स्पिनर भारतीय पिच पर टीम इंडिया को कर चुके हैं परेशान
इससे पहले साल 2013 में इंग्लैंड के स्पिनरों ने भारतीय पिच पर ऐसा कहर बरपाया था कि टीम इंडिया को सीरीज 2-1 से हारनी पड़ी थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों ने भी एक टेस्ट में भारत की हालत पस्त कर दी थी। शायद इस तथ्य को देखकर ही न्यूजीलैंड कोच अपनी टीम के लिए यह रणनीति बना रहे हैं।