नागपुर: ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने बुधवार को संकेत दिया कि भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में ऑफ-स्पिनर टॉड मर्फी पदार्पण कर सकते हैं।
कमिंस ने कहा, “मेरा खयाल है कि वह जितना तैयार हो सकते हैं, उतने हैं। मर्फी ने यहां अभ्यास में शानदार गेंदबाजी की है। प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में भी विक्टोरिया के लिये उनकी शुरुआत अच्छी रही थी। अगर उन्हें (पदार्पण की) मंजूरी मिलती है तो उनके साथ दूसरे छोर पर नेथन लायन होंगे, जिनके साथ वह गेंदबाजी कर सकते हैं। यहां स्क्वाड में सभी खिलाड़ियों ने बेहतरीन तैयारी की है। हम जिसे भी चुनेंगे, वह खेलने के लिये 100 प्रतिशत तैयार होगा।”
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Australia's five Tests in Asia last year has them feeling a little more comfortable in the subcontinent.
— cricket.com.au (@cricketcomau) February 8, 2023
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चोटग्रस्त जॉश हेज़लवुड, मिचेल स्टार्क और कैमरन ग्रीन की अनुपस्थिति में कप्तान कमिंस के साथ स्कॉट बोलैंड दूसरे तेज गेंदबाज की भूमिका निभाएंगे। अनुभवी ऑफ-स्पिनर लायन के बाद एकादश में सिर्फ एक फिरकी गेंदबाज के लिये जगह बचती है, जिसके लिये मर्फी और एश्टन आगर के बीच मुकाबला होगा।
लेग-स्पिनर आगर ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी में विविधता ला सकते हैं, हालांकि कप्तान कमिंस का कहना है कि भारतीय पिचों पर विविधता से ज्यादा अनुशासन कारगर साबित होगा।
कमिंस ने कहा, “टीम चयन में यह (भारतीय परिस्थितियां) एक कारक होगा। इन परिस्थितियों में गेंद काफी स्पिन होती है, इसलिये आपको बहुत ही सधी हुई और अनुशासन भरी गेंदबाजी की जरूरत होगी। मुझे नहीं लगता कि आपको किसी और चीज की जरूरत है, परिस्थितियां खुद आपकी मदद करेंगी।”
उन्होंने कहा, “आपने लायन को यहां कामयाब होते हुए देखा है। वह कई बार दाएं हाथ के बल्लेबाजों को भी पगबाधा करे हैं या फिर स्लिप में कैच-आउट करवाते हैं। आपको किसी भी गेंदबाजी आक्रमण में विविधता की जरूरत होती है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि सिर्फ विविधता के लिये यह होना ही चाहिये।”
कमिंस ने इस दौरान हरफनमौला ग्रीन के पहले टेस्ट से बाहर होने की पुष्टि भी की। पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गये दूसरे टेस्ट में ग्रीन के दाहिने हाथ की उंगली फ्रैक्चर हो गयी थी। उस समय तीसरे और अंतिम टेस्ट के लिये बाएं हाथ के बल्लेबाज मैट रेनशॉ को टीम में शामिल किया गया था, हालांकि नागपुर पिच को ध्यान में रखते हुए कमिंस एक खब्बू बल्लेबाज को खिलाने को लेकर थोड़े सतर्क हैं।
कमिंस ने कहा, “दाएं हाथ के इतने सारे गेंदबाजों के होने के कारण, कई बार खब्बू बल्लेबाजों के लिये पिच ज्यादा खराब हो जाती है। भारतीय एकादश दाएं हाथ के बल्लेबाजों से भरी हुई है, तो मेरा खयाल है कि यह टीम चयन में भूमिका निभाता है।”
उल्लेखनीय है कि नागपुर स्टेडियम के ग्राउंड स्टाफ को मैच शुरू होने से दो दिन पहले पिच के विशेष हिस्सों पर काम करते देखा गया। पिच क्यूरेटर ने सतह के चुनिंदा हिस्सों पर पानी डाला, जबकि बाकी हिस्सों को सूखा छोड़ दिया। उन्होंने एक छोर पर पिच के बीच और दाएं हाथ के बल्लेबाज के ऑफ स्टंप के बाहर के क्षेत्रों में पानी डाला, हालांकि बाएं हाथ के ऑफ स्टंप के बाहर अच्छी लेंथ पर पिच सूखी छोड़ दी गयी।
ऑस्ट्रेलियाई टीम में बल्लेबाजी में पहले ही चार खब्बू बल्लेबाज मौजूद हैं और रेनशॉ के आने से इनकी संख्या बढ़ जायेगी। कप्तान कमिंस ने यहां एकादश का खुलासा नहीं किया, हालांकि उनके शब्दों ने ग्रीन की जगह टीम में दाएं हाथ के बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब का शामिल होना लगभग सुनिश्चित कर दिया है।(एजेंसी)