जयपुर:राहुल द्रविड़ की कप्तानी में 2007 में भारत के लिये पदार्पण करने वाले रोहित शर्मा ने उस पल को याद करते हुए उम्मीद जताई कि आगे इस नयी साझेदारी से और सुखद यादें बनेंगी।
आयरलैंड के खिलाफ पहला वनडे खेलने से लेकर अब तक रोहित ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में अपनी साख बनाई है । वहीं महान खिलाड़ी रहे द्रविड़ ने कोच के रूप में भारतीय क्रिकेट की नयी पौध तैयार करने में सूत्रधार की भूमिका निभाई है।
दोनों ने न्यूजीलैंड के खिलाफ बुधवार से शुरू हो रही टी20 श्रृंखला से पहले उस पहली मुलाकात को याद किया।
द्रविड़ ने कहा , हम कल बस में इस पर बात कर रहे थे। समय कैसे पंख लगाकर उड़ जाता है। मैं रोहित को उससे भी पहले से जानता था जब हम मद्रास में एक चैलेंजर खेल रहे थे।
उन्होंने कहा , हम सभी जानते थे कि रोहित खास है। वह बहुत खास प्रतिभाशाली था। मैने कभी यह नहीं सोचा था कि इतने साल बाद यूं उसके साथ काम करने का मौका मिलेगा। उसने भारतीय टीम के साथ और मुंबई इंडियंस के साथ इतने साल में जो हासिल किया, वह काबिले तारीफ है।
रोहित ने कहा , जब 2007 में मेरा चयन हुआ था तो मुझे बेंगलोर में एक शिविर में उनसे बात करने का मौका मिला। बहुत कम बात की थी और मैं काफी नर्वस था। मैं अपनी उम्र के लोगों से ही इतनी बात नहीं कर पाता था तो इन लोगों की बात तो छोड़ ही दीजिये।
उन्होंने कहा , आयरलैंड में पहली बार उन्होंने मुझसे कहा कि मैं वह मैच खेल रहा हूं। मेरे लिये तो वह सपना सच होने जैसा था। उसके बाद से बहुत बात होती आई है। वह सब अच्छी यादें हैं और उम्मीद है कि आगे और भी बनेंगी। (भाषा)