भारतीय टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री अपने कुछ इंटरव्यूज को लेकर आजकल खासे चर्चा में है। उन्होंने शोएब अख्तर के यू ट्यूब चैनल पर कुछ अहम खुलासे किए थे। वहीं एक खेल चैनल पर विराट की कप्तानी और द्रविड़ की कोचिंग पर भी अपनी राय रखी थी।
अब उन्होंने एक ट्वीट कर बवाल मचा दिया है।पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने शुक्रवार को कहा कि रणजी ट्रॉफी की उपेक्षा करने पर भारतीय क्रिकेट रीढहीन हो जायेगा । शास्त्री ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब कोरोना महामारी के कारण पिछले साल रद्द होने के बाद इस साल भी रणजी ट्रॉफी स्थगित कर दी गई है ।
रणजी ट्रॉफी 13 जनवरी से खेली जानी थी लेकिन कोरोना महामारी की तीसरी लहर के कारण इसे अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दिया गया है।
शास्त्री ने ट्वीट किया , रणजी ट्रॉफी भारतीय क्रिकेट की रीढ है । इसकी उपेक्षा करने पर आप रीढहीन हो जायेंगे।
आईपीएल के कारण 2 चरणों में रणजी का हो सकता है आयोजन
बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरूण धूमल ने बृहस्पतिवार को बोर्ड की बैठक के बाद कहा कि बोर्ड दो चरण में रणजी ट्रॉफी का आयोजन कर सकता है।इसकी वजह यह है कि 27 मार्च से आईपीएल शुरू हो रहा है और ऐसे में एक बार में रणजी ट्रॉफी करा पाना संभव नहीं है।
बैठक में बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह भी मौजूद थे । बोर्ड की योजना रणजी टृॉफी का पहला सत्र फरवरी से मार्च और दूसरा सत्र जून जुलाई में कराने की है।
महामारी के कारण पिछले सत्र में बीसीसीआई पुरूषों के सिर्फ दो सीमित ओवरों के टूर्नामेंट (विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी) करा पाया था।
बीसीसीआई ने पिछले सत्र में रणजी ट्रॉफी नहीं होने पर सभी प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों को मैच फीस का 50 फीसदी भुगतान किया था। इस साल भी टूर्नामेंट नहीं होता है तो भारत ए टीम जैसी टीमों के लिये क्रिकेटरों का पूल बनाने में दिक्कत होगी।
जयदेव उनादकट ने भी दिया शास्त्री का साथ
सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट को लगता है कि लाल गेंद प्रारूप (प्रथम श्रेणी या टेस्ट) में खेल की कमी के कारण खिलाड़ियों का कौशल प्रभावित होना शुरू हो गया है और लगातार दूसरी बार रणजी ट्रॉफी सत्र को रद्द करना भारत में घरेलू क्रिकेट के लिए एक बड़ी क्षति होगी।
भारत के लिए एक टेस्ट, सात एकदिवसीय और 10 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलने वाले इस खिलाड़ी ने कहा , लगातार दो साल तक टूर्नामेंट के रद्द होने से बड़ा नुकसान होगा। पहले एक साल के लिए रद्द होना अपने आप में बहुत बड़ा नुकसान था। जब हमने इस सत्र के स्थगित होने से पहले अपना शिविर शुरू किया था तब यह एक नये खेल की तरह लगा रहा था।
उन्होंने कहा, गेंद को छोड़ना, तेज गेंदबाजी करना और लंबी स्पैल में गेंदबाजी करना। वह सब फिलहाल खेल से बाहर हो गया। अगर इस साल भी रणजी ट्रॉफी नहीं हुई तो यह खिलाड़ियों के लिए मुश्किल होगा।
कोरोना के कारण 13 जनवरी से शुरू नहीं हुई रणजी ट्रॉफी
भारत का शीर्ष घरेलू प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी देश में बढते कोरोना मामलों के कारण 13 जनवरी से शुरू नहीं हो पाया था और यह टूर्नामेंट स्थगित हो गया था।
बंगाल टीम में कोरोना संक्रमण के छह मामले आये थे जिनमें पांच खिलाड़ी थे। इसके अलावा मुंबई के शिवम दुबे भी पॉजिटिव पाये गए थे जिन्होंने कड़ा पृथकवास गुजाारा था।
रणजी ट्रॉफी का आयोजन छह शहरों में होना था जिसमें बेंगलुरू और कोलकाता शामिल है।