सौरव गांगुली की रवि शास्त्री को नसीहत, इंटरव्यू देने आते, न कि बैंकॉक में छुट्टी मनाते

Webdunia
बुधवार, 29 जून 2016 (20:08 IST)
कोलकाता। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई में अहम दखल रखने वाले सौरव गांगुली ने आज पूर्व टीम डायरेक्टर रवि शास्त्री को कड़ा जवाब दिया है। गांगुली ने कहा कि यदि वेे टीम इंडिया के कोच नहीं बन पाए तो उसके लिए मैं कसूरवार नहीं हूं। मुझे ऐसा लगता है कि मुझ पर आरोप लगाने वाले शास्त्री बेवकूफों की दुनिया में जी रहे हैं।  
टीम इंडिया के कोच पद पर अनिल कुंबले की नियुक्ति के बाद शास्त्री ने आरोप लगाया था कि मुझे कोच पद की नौकरी से बाहर करने वाले सौरव गांगुली हैंं। कोच पद के विवाद के चार दिन बाद गांगुली ने अपना मुंह खोलते हुए कहा कि मैं शास्त्री के इन आरोपों से दु:खी हूं। उन्हें गलतफहमी है कि मेरे कारण उन्हें कोच पद पर नियुक्ति नहीं मिली।  
 
सौरव गांगुली ने एक विशेष साक्षात्कार में रवि शास्त्री के सभी आरोपों को नकारते हुए उन्हें सलाह दे डाली। असल में पहले रवि शास्त्री ने गांगुली को सलाह दी थी कि जब बीसीसीआई में कोच पद के लिए चयन चल रहा हो तब वे किसी और काम को टाल दें और फिजिकल रूप से मौजूद रहेंं। यह बात उन्होंने इसलिए कही थी क्योंकि कोच के चयन के दिन पांच बजे बाद गांगुली किसी जरूरी काम से चले गए थे और इस बारे में उन्होंने बीसीसीआई को मेल करके इसकी जानकारी भी दी थी। 
 
शास्त्री के इस आरोप पर गांगुली ने कहा कि मुझे जरूरी बैठक के लिए जाना था। यदि मुझे कोई परामर्श दिया है तो मैं भी उन्हें एक परामर्श देना चाहूंगा। भविष्य में जब भी शास्त्री बीसीसीआई के कोच पद के लिए आवेदन देंं तो फिजिकली रूप से वहां मौजूद रहेंं, न कि छुट्टियां बिताने बैंकॉक चले जाएं और वहीं से इंटरव्यू वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दें।

गांगुली के मुताबिक, ये पहले से ही निश्चित था कि जिस दिन कोच का चुनाव होगा, उस दिन मैं कैब वर्किंग कमेटी की मीटिंग में शामिल होऊंगा। अनिल कुंबले के प्रजेंटेशन का वक्त चार बजे से था और वह डेढ़ घंटे तक चला। मुझे पांच बजे मीटिंग में पहुंचना था। मैंने कहा कि एडवाइजरी कमेटी में बहुत सीनियर खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण जैसे सीनियर क्रिकेटर थे। मुझे मालूम था कि वो जो फैसला करेंगे, सही करेंगे। बीसीसीआई सचिव अजय शिर्के ने भी साफ किया था कि गांगुली बंगाल क्रिकेट संघ की बैठक में व्यस्त थे, इसलिए रवि शास्त्री के इंटरव्यू के वक़्त शामिल नहीं हो पाए थे।
 
गांगुली ने कहा कि खुद रवि शास्त्री कई सालों तक देश के लिए क्रिकेट खेले हैं और उन्हें मालूम है कि कोच का पद कितना अहम होता है, लेकिन वे तो छुट्‍टी मनाने बैंकॉक चले गए थे। गांगुली के अनुसार, मैं रवि शास्त्री की बहुत इज्जत करता हूं, लेकिन मैं उनके इल्जामों से काफी दु:खी और आहत हूं। मेरा उनके साथ कोई इश्यू नहीं है। 
 
उधर टीम इंडिया का बेंगलुरु में ट्रेनिंग कैंप शुरु हुआ और नए कोच अनिल कुंबले पहली बार बतौर टीम के साथ जुड़े। अनिल कुंबले से रवि शास्त्री और सौरव गांगुली के बीच चल रही तकरार पर भी सवाल किए गए। तो कुंबले ने खुद को इस मसले से किनारा करते हुए रवि शास्त्री को बेहतरीन टीम डायरेक्टर बताया, साथ ही कहा कि कोच कोई भी हो, लक्ष्य टीम इंडिया की बेहतरी ही होगा।
 
कुंबले ने कहा कि रवि से मेरा कोई निजी झगड़ा नहीं है। उन्होंने टीम इंडिया के लिए शानदार काम किया है। जब मुझे बीसीसीआई ने कोच पद पर नियुक्त करने का ऐलान किया तो सबसे पहले रवि ने ही मुझे फोन करके बधाई दी। 
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