537 विकेट लेने वाले भारत के दूसरे सफल टेस्ट गेंदबाज नहीं बन पाए WTC विजेता टीम का हिस्सा
रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा
भारत के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने बुधवार को क्रिकेट के तीनों प्रारूपों से संन्यास ले लिया।आज यहां अश्विन ने गाबा टेस्ट के बाद संवाददाता सम्मेलन में अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। इस दौरान कप्तान रोहित शर्मा भी उनके साथ थे। संन्यास से पहले अश्विन ड्रेसिंग रूम में विराट कोहली के साथ बैठे नजर आए थे। इस दौरान कोहली ने उन्हें गले भी लगाया था। अश्विन एडिलेड डे नाइट टेस्ट में टीम इंडिया का हिस्सा रहे थे।
अश्विन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के तौर पर सभी प्रारूपों में ये मेरा आखिरी मैच था। मेरे अंदर अभी भी क्रिकेट शेष है, लेकिन वो अब मैं क्लब स्तर क्रिकेट में दिखाना चाहूंगा। मैंने क्रिकेट का भरपूर आनंद लिया। रोहित और बाकी खिलाड़ियों के साथ काफी यादे है। मैं बीसीसीआई और साथी खिलाड़ियों का धन्यवाद करना चाहूंगा। कुछ लोगों के नाम भी लेना चाहूंगा। सभी कोच जो इस यात्रा का हिस्सा रहे। रोहित, विराट, रहाणे, जिन्होंने कई सारे कैच पकड़े और मुझे मेरे विकेटों को लेने में मदद की। ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट टीम को भी धन्यवाद, मैंने उनके खिलाफ खेलना हमेशा एंजॉय किया।”
अश्विन ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में 287 मैच खेले और 765 विकेट लिए। अश्विन भारत के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उनसे आगे सिर्फ अनिल कुंबले हैं, जिन्होंने 953 विकेट लिए हैं।लेकिन भारत के लिए इतने टेस्ट विकेट निकालने के बाद भी वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की विजेता टीम का हिस्सा नहीं बन पाए। साल 2021 के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जब न्यूजीलैंड 120 रनों का पीछा कर रही थी तो वह पारी के एकमात्र विकेट टेकर गेंदबाज थे। केन विलियमसन को भी उन्होंने आउट कर ही लिया था लेकिन रिव्यू ने उनको बचा लिया। न्यूजीलैंड ने इस फाइनल में भारत को 8 विकेटों से हराया था।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2021 के पहले चक्र में उन्होंने सर्वाधिक विकेट निकाले। इसके बाद जब टीम इंडिया विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2023 के फाइनल में पहुंची तो रविचंद्रन अश्विन को ओवल के मैदान पर अंतिम ग्यारह में जगह नहीं मिली। कप्तान रोहित की काफी आलोचना हुई क्योंकि उनके समकालीन नेथन लॉयन को अंतिम दिन में ढेरों विकेट मिले।ऑस्ट्रेलिया ने इस फाइनल में भारत को 209 रनों से हराया।
वर्षों से टेस्ट क्रिकेट ही अश्विन का नैसर्गिक प्रारुप रहा इस कारण से विश्व टेस्ट चैंपियन विजेता टीम ना बनना उनके लिए एक मलाल की तरह रहेगा। आर अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में 106 मैचों में 537 विकेट लिए है। उन्होंने 37 बार पांच विकेट और आठ बार उन्होंने मैच में 10 विकेट लिए।अश्विन ने बतौर बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में 3503 रन बनाए और उन्होंने कुल छह टेस्ट शतक लगाए। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके नाम कुल आठ शतक रहे।
वनडे विश्वकप 2023 का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरुआती मैच खेले अश्विन का यह अंतिम वनडे मैच था। अश्विन ने 116 एकदिवसीय मैचों में 156 विकेट लिये। वहीं 65 टी-20 मैचों में 72 विकेट चटकाए। उन्होंने अपना अंतिम टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच टी-20 विश्वकप 2022 में खेला। एकदिवसीय क्रिकेट में 707 रन और टी-20 में उनके नाम 184 रन हैं।हालांकि वह साल 2011 के वनडे विश्वकप विजेता टीम और 2013 की चैंपियन्स ट्रॉफी की विजेता टीम का हिस्सा रहे।