भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 372 रनों की शानदार जीत दर्ज की। कानपुर टेस्ट में जीत से एक कदम दूर रहने के बाद भारत ने मुंबई टेस्ट को जीतने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी और यह मैच चौथे दिन ही खत्म हो गया।
कानपुर टेस्ट के अंतिम ओवरों के दौरान न्यूजीलैंड की ओर से राचिन रविंद्र और ऐजाज पटेल किला लड़ा रहे थे तो दूसरी ओर रविंद्र जड़ेजा और अक्षर पटेल 1 विकेट दिलाकर टीम इंडिया की झोली में जीत डालने की कोशिश कर रहे थे। अंत में दोनों ही भारतीय मूल के खिलाड़ी राचीन रविंद्र और ऐजाज पटेल ने लगभग 10 ओवर की बल्लेबाजी कर न्यूजीलैंड को सीरीज में 0-1 से पीछे होने से बचाया।
उस लम्हे को एक बार फिर आईसीसी ने दर्शकों के सामने रखना चाहा। आईसीसी के ट्विटर हैंडल पर एक फोटो अपलोड हुआ जिसमें यह चारों खिलाड़ी खड़े थे। यह चारों खिलाड़ी पीठ करके खड़े थे और नाम पढ़ने में आ रहा था।
अक्षर पटेल और रविंद्र जड़ेजा
यह फोटो ट्विटर पर भी काफी वायरल हुआ।
दिलचस्प बात यह है कि यह चारों ही खिलाड़ी बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाजी करते हैं।एक नजर डाल लेते हैं इनमें से तीन खिलाड़ियों का मुंबई टेस्ट में कैसा रहा प्रदर्शन क्योंकि रविंद्र जड़ेजा इस मैच से पहले चोटिल होकर बाहर हो गए थे।
राचिन रविंद्र- राचिन रविंद्र से न्यूजीलैंड टीम को बल्ले से अधिक योगदान की उम्मीद थी। लेकिन वह बल्ले से विफल रहे। पहली पारी में वह सिर्फ 4 रन बना पाए। वहीं दूसरी पारी में वह 4 चौकों की मदद से सिर्फ 18 रन बना सके।
गेंदबाजी की बात करें तो दूसरी पारी में उन्होंने थोड़ा प्रभावित किया। 13 ओवर में 56 रन देकर राचिन ने 3 विकेट लिए जिसमें से विराट कोहली का बड़ा विकेट भी शामिल था।
अक्षर पटेल- पहली पारी में अक्षर पटेल ने मयंक अग्रवाल के साथ सातवें विकेट के लिए 67 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की जिससे भारत मुश्किल से निकल पाया। अक्षर पटेल ने पहली पारी में 128 गेंदो में 5 चौके और 1 छक्का की मदद से 52 र बनाए थे।
इसके बाद गेंदबाजी में उन्होंने भले ही वह कमाल नहीं किया हो जिसके लिए वह जाने जाते हैं लेकिन बिना विकेट चटकाए पवैलियन नहीं लौटे। पहली पारी में 2 तो दूसरी पारी में उन्होंने 1 विकेट चटकाया।
ऐजाज पटेल - भारतीय टीम की पहली पारी में ऐसा लग रहा था कि जब ऐजाज पटेल गेंदबाजी कर रहे हैं तो एक अलग पिच है लेकिन जब दूसरे गेंदबाज गेंदबाजी करने के लिए सामने आते हैं तो एक अलग पिच है।
पहले दिन जब ऐजाज 4 विकेट लेकर पवैलियन लौटे तो उन्होंने सोचा भी नहीं था कि अगले दिन वह एक पारी में 10 विकेट लेने वाले टेस्ट क्रिकेट के तीसरे गेंदबाज बन जाएंगे। लेकिन जैसे जैसे वह विकेट लेते गए वैसे वैसे वह इस कारनामे के करीब आते गए। सिराज का विकेट लेने के बाद उन्होंने यह कारनामा किया।
47.5 ओवरों में उन्होंने 119 रन देकर 10 विकेट लिए। यही नहीं दूसरी पारी में भी उन्होंने भारतीय टीम के पहले 2 विकेट लिए। ऐसा लग रहा था कि कोई कीवी गेंदबाज इस टेस्ट में विकेट ले ही नहीं पाएगा। दूसरी पारी में उन्होंने 106 रन देकर 4 विकेट लिए।