राजनीति के मैदान में रविंद्र जडेजा की बहन, पत्नी के पास भी है यह बड़ी जिम्मेदारी

Webdunia
मंगलवार, 5 फ़रवरी 2019 (16:45 IST)
अहमदाबाद। टीम इंडिया के स्टार हरफनमौला क्रिकेटर रविन्द्र जडेजा की बड़ी बहन नैनाबा जडेजा ने मंगलवार को विधिवित सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया।
 
आगामी लोकसभा चुनाव से कुछ ही माह पहले महिला अधिकारों के लिए सक्रिय नवगठित नेशनल वीमेन्स पार्टी ने उन्हें महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान को मिला कर बने पश्चिमी क्षेत्र का प्रभारी बनाने की यहां घोषणा की।
 
ज्ञातव्य है कि जडेजा की पत्नी रीवाबा ने भी सक्रिय राजनीति में आने के संकेत देते हुए पिछले साल अक्टूबर माह में विवादास्पद जातीय संगठन राजपूत करणी सेना, जो पद्मावत फिल्म के राष्ट्रव्यापी उग्र विरोध के कारण चर्चा में आई थी, के गुजरात अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली थी।
 
गुजरात निवासी जडेजा की दोनो बड़ी बहनों में से भी सबसे बड़ी नैनाबा, जो पहले अपने गृहनगर गुजरात के जामनगर के सरकारी गुरु गोविन्द सिंह अस्पताल में बतौर नर्स काम कर चुकी हैं और अब क्रिकेट के थीम पर राजकोट में बने अपने पारिवारिक रेस्त्रां जड्डूस का कामकाज देखती हैं। नैनाबा ने चुनाव लड़ने की संभावना से भी पूरी तरह इंकार नहीं किया। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कौन जानता है कि आगे क्या होगा।
 
हालांकि उन्होंने अपनी भाभी रीवाबा के भी चुनावी राजनीति में प्रवेश से जुड़े प्रश्नों के बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उनके अपने फैसले को उनके पिता अनिरूद्ध सिंह जडेजा का पूरा समर्थन है। वह राजनीति में आकर महिलाओं के लिए विशेष रूप से संघर्ष कर अपना मुकाम बनाने का प्रयास करने वाली महिलाओं के लिए बहुत कुछ करना चाहती हैं।
 
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने अपना फैसला लेने से पहले जडेजा से बात की थी, उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि वह मुझसे छोटा है और अपने सभी फैसले मुझसे पूछ कर नहीं लेता तो मै ऐसा क्यों करूं।
 
उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करने और पश्चिम क्षेत्र का प्रभारी बनाने की घोषणा करने वाली राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. श्वेता शेट्टी ने कहा कि पार्टी महिलाओं की समानता की पक्षधर है और कम से कम आधी लोकसभा सीटों यानी 283 पर और गुजरात में 26 में से 13 पर चुनाव लड़ेगी।
 
उन्होंने कहा कि महिलाओं का समानता के लिए उनका अधिक से अधिक संख्या में सक्रिय राजनीति में प्रवेश ही एकमात्र रास्ता है। (भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

INDvsNZ सीरीज के बाद इन 4 में से 2 सीनियर खिलाड़ियों हमेशा के लिए होंगे ड्रॉप

पहले 68 साल में सिर्फ 2 टेस्ट तो भारत में इस सीरीज के 10 दिनों में 3 टेस्ट मैच जीती न्यूजीलैंड

IPL को रणजी के ऊपर तरजीह देने के कारण ROKO हुए बर्बाद, सचिन गांगुली नहीं करते ऐसी गलती

श्रीलंका और भारत में टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गंभीर पर उठ रहे सवाल

टेस्ट इतिहास का सबसे अनचाहा रिकॉर्ड बनने पर रोहित शर्मा बोले यह सबसे खराब दौर

सभी देखें

नवीनतम

ऑस्ट्रेलिया को पर्थ में हराकर फिर WTC Points Table के शीर्ष पर पहुंचा भारत

जसप्रीत बुमराह ने चुप कराया पैट कमिंस को, पहले टेस्ट के बाद क्या बोले दोनों कप्तान

फॉर्म में वापस आना चाहेंगे सिंधू, लक्ष्य, शिरकत करेंगे सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में

पर्थ के ओप्टस में पहली बार हारी ऑस्ट्रेलिया, बुमराह की कप्तानी में पहली टेस्ट जीत

23.75 करोड़ में खरीदे गए वैंकटेश बन सकते हैं कोलकाता के कप्तान

अगला लेख