ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग को अगर देखें तो मैदान पर वह पत्थर दिल इंसानों में गिने जाएंगे। अपनी टीम के लिए वह कई बार गलत हथकंडे अपनाने में भी नहीं चूकते। स्लेजिंग से लेकर ओवर अपीलिंग तक या फिर कभी कभी गलत अपीलिंग को भी उन्होंने हथियार बनाया।
एक बार तो वीबी सीरीज के दौरान उन्होंने चोटिल युवराज सिंह को बोला कि तुम बाहर क्यों नहीं जाते क्यों मेरा और मैच का समय बर्बाद कर रहे हो। हालांकि शेन वॉर्न के निधन के बाद रिकी पोंटिंग का कोमल रूप विश्व क्रिकेट के फैंस के सामने आया है। पाकिस्तान के एक तेजी से बढ़ रहे यूट्यूब चैनल हकीकत टीवी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने यह वीडियो पोस्ट किया है।
ट्विटर पर वायरल हो रहे इस वीडियो मे रिकी पोंटिंग ने कहा कि वह जब सोए थे तो यह सोचकर सोए थे कि अगले दिन उन्हें अपनी बेटियों को नेटबॉल के लिए ले जाना है और जब वह जागे तो सब कुछ बदल चुका था। “इस खबर को पचा पाने में मुझे कई घंटे लगे क्योंकि वॉर्न मेरे जीवन का अहम हिस्सा थे। उनसे बेहतर गेंदबाज के साथ मैं आज तक नहीं खेला।“ यही कारण है कि वॉर्न को वह सर्वकालिक महान गेंदबाजों में गिनते हैं।
वॉर्न ने ही पोंटिंग को दिया था पंटर का नाम
इसके अलावा रिकी पोंटिंग ने यह खुलासा भी किया था कि वॉर्न ने ही उन्हें पंटर का नाम दिया था।पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने शनिवार को स्पिन के जादूगर शेन वार्न को श्रद्धांजलि अर्पित की थी।
पोंटिंग ने ट्वीट में लिखा, “ इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। मैं उनसे पहली बार तब मिला था, जब मैं अकादमी में 15 साल का था। उन्होंने मुझे मेरा निक नाम दिया। हम एक दशक से अधिक समय तक टीम के साथी रहे। उतार-चढ़ावों का एक साथ सामना किया।वह एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन पर आप हमेशा भरोसा कर सकते थे। वह एक ऐसे शख्स थे जो अपने परिवार से प्यार करता थे। वह हमेशा जरूरत के समय सभी के लिए उपलब्ध रहते थे और हमेशा अपने साथियों को पहले रखते थे। सबसे महान गेंदबाज, जिसके साथ या खिलाफ मैंने काफी क्रिकेट खेला। आरआईपी किंग। मेरे विचार कीथ, ब्रिजेट, जेसन, ब्रुक, जैक्सन और समर के साथ हैं। ”
उल्लेखनीय है कि एक समय पर विश्व क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के दबदबे के दौरान पोंटिंग और वॉर्न एक साथ खेलते थे।
अन्य साथी खिलाड़ियों ने भी किया याद
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज और वार्न के साथी एडम गिलक्रिस्ट भी उनके असामयिक निधन के बारे में जानने के बाद स्तब्ध थे। गिलक्रिस्ट ने एक शोक संदेश में कहा, “ स्तब्ध हूं। मेरे क्रिकेट करियर का सबसे खास समय वॉर्नी की गेंदों पर विकेटकीपिंग करना था। विकेट के पीछे उन्हें गेंदबाजी करते देखना सबसे अच्छा था। आरआईपी वार्नी। ”
ऑस्ट्रेलिया के सर्वकालिक महान गेंदबाजों में से एक ग्लेन मैक्ग्रा ने इंस्टाग्राम पर वॉर्न के साथ एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा था, “ आज बिल्कुल असहाय हो गया। वॉर्नी जान से भी बड़े थे। मुझे लगा था कि उनके साथ कभी कुछ नहीं हो सकता। अधिकतर लोग 20 साल की उम्र में जिंदगी को जिस उत्साह के साथ जीते हैं उन्होंने अपने जीवन को उससे अधिक जीया। वह बेहतरीन प्रतियोगी था। उनकी सोच था कि क्रिकेट के खेल में कभी भी बीच में हार-जीत का अंदाजा नहीं लगाना चाहिए। वह खुद पर भरोसा करते थे और कहते था कि वह मैच को पलट सकते हैं और हमें जीत दिला सकते हैं, जो उन्होंने कई बार किया। ”
मैक्ग्रा ने कहा, “मुझे लगता है कि उन्होंने अपना जीवन इसी तरीके ही जिया। ऐसा लग रहा था कि कभी उदास पल नहीं होगा। वह एक महान साथी और एक प्यार करने वाले पिता थे। वह अपने बच्चों से बहुत प्यार करते थे। मेरे विचार ब्रुक, जैक्सन, समर, कीथ, ब्रिजेट और जेसन के साथ हैं। भगवान आपकी आत्मा को शांति दे मेरे प्रिय दोस्त, फिर कभी तुम्हारे जैसा कोई नहीं होगा। ”
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ ने इंस्टाग्राम पर वॉर्न के साथ 1999 विश्व कप ट्रॉफी उठाते हुए एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा था।, “ इतनी सारी यादें और क्षण जो कभी नहीं भूल पाएंगे। आपके साथ खेलना एक सौभाग्य और खुशी की बात थी। मेरी संवेदनाएं वॉर्न परिवार के साथ हैं। आरआईपी वार्नी।”
ऑस्ट्रेलिया के एक अन्य पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने कहा था।, "उनका जीवन उथल-पुथल भरा रहा है, लेकिन उन्होंने खुलकर जीवन जिया।