नई दिल्ली:पत्रकार और टॉक शो होस्ट बोरिया मजूमदार ने आरोप लगाया कि भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने उनके व्हाट्सएप मैसेज के स्क्रीनशॉट से छेड़छाड़ की है और वह साहा को मानहानि का नोटिस भेजेंगे।
मजूमदार ने ट्विटर पर 8 मिनट 36 सेकंड का एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि कैसे साहा ने साक्षात्कार के लिए भेजे गए मैसेज के कुछ हिस्से को ब्लर (धुंधला) कर दिया। इससे पता चलता है कि साहा को मैसेज किससे मिले थे। पत्रकार ने कहा कि उनके वकील साहा को मानहानि का नोटिस दे रहे हैं।
मजूमदार ने ट्वीट किया, "एक कहानी के हमेशा दो पहलू होते हैं। ऋद्धिपॉप ने मेरे व्हाट्सएप चैट के स्क्रीनशॉट में छेड़छाड़ की है, जिससे मेरी प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचा है। मैंने बीसीसीआई से निष्पक्ष सुनवाई का अनुरोध किया है। मेरे वकील साहा को मानहानि नोटिस दे रहे हैं। सच्चाई की जीत होगी।”
मजूमदार का यह वीडियो पोस्ट साहा द्वारा मामले की जांच के लिए बीसीसीआई द्वारा तीन सदस्यीय समिति गठित करने के कुछ घंटे बाद आया है। इस समिति में राजीव शुक्ला (बीसीसीआई उपाध्यक्ष), अरुण धूमल (बीसीसीआई कोषाध्यक्ष) और प्रभतेज भाटिया (शीर्ष परिषद सदस्य) शामिल हैं।
समिति के साथ हुई बैठक के बाद साहा ने मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्होंने समिति के सदस्यों के साथ सब कुछ साझा किया है। बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, कोषाध्यक्ष अरुण धूमल और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल सदस्य प्रभतेज भाटिया के सामने पेश होने के बाद साहा ने कहा, "जो भी मैं जानता हूं मैंने सब कमेटी को बता दिया है। मैंने उनके साथ सारी जानकारी साझा की है। मैं आपको अभी ज़्यादा कुछ नहीं बता सकता हूं। बीसीसीआई ने मुझे बैठक में हुई बातचीत को बाहर बताने से मना किया है, क्योंकि वही सारे सवालों के जवाब देंगे।"
फ़रवरी में श्रीलंका के ख़िलाफ़ होने वाली टेस्ट सीरीज़ से ड्रॉप होने के बाद साहा ने ट्विटर पर व्हाट्सऐप्प मैसेज का एक स्क्रीनशॉट पोस्ट किया, जो सम्मानित पत्रकार ने उन्हें भेजा था। स्क्रीनशॉट में मैसेज भेजने वाले ने साहा से साक्षात्कार करने का अनुरोध किया था, जिसका साहा ने जवाब नहीं दिया था। इसके बाद एक आक्रामक टोन में यह मैसेज तब्दील हो गया। आगे उस पत्रकार ने मैसेज भेजा 'आपने कॉल नहीं की, क्या मैं आगे आपके साथ कभी साक्षात्कार नहीं करूं। मैं बेइज्जती इतनी आसानी से नहीं लेता हूं और मैं इसको याद रखूंगा। यह ऐसा है जो आपको नहीं करना चाहिए था।'
नहीं बची साहा की जगह
ऋषभ पंत के पहले विकेटकीपर के तौर पर अपनी जगह पक्की करने के बाद और श्रीकर भरत शानदार प्रदर्शन कर विकेटकीपिंग के लिए दूसरी पसंद बन गए हैं। 40 टेस्ट खेलने वाले साहा को प्रमुख कोच राहुल द्रविड़ ने उनसे कहा कि टीम अब उनसे आगे बढ़ रही है और वह अपने करियर पर फ़ैसला ले सकते हैं। 37 वर्षीय साहा को लगा कि उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से संन्यास के लिए कहा जा रहा था। इसके कुछ ही दिन बाद उन्हें बीसीसीआई के केंद्रीय करार सूची में ग्रुप बी (3 करोड़ सैलेरी) से ग्रुप सी (1 करोड़ सैलेरी) में खिसका दिया गया।(वार्ता)