ENGvsIND ऋषभ पंत के लिए ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट में आगे खेल पाना अब मुश्किल लगता है, क्योंकि भारतीय उपकप्तान और विकेटकीपर के दाहिने पैर में फ्रैक्चर हुआ है। यह चोट मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट के पहले दिन दूसरे सत्र के दौरान लगी, जब पंत ने क्रिस वोक्स की लेग साइड डिलीवरी को रिवर्स खेलने की कोशिश की थी।
ईएसपीएनक्रिकइंफो को मिली जानकारी के अनुसार पंत के स्कैन रिपोर्ट में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई है। पंत 37 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हुए और उन्हें ग्राउंड से बाहर ले जाने के लिए गोल्फ कार्ट का सहारा लेना पड़ा।
यह फ्रैक्चर, दाहिने पैर की मेटाटार्सल हड्डी में माना जा रहा है और शुरुआती जांच में पंत को 6 से 8 हफ्ते के आराम की सलाह दी गई है। मैनचेस्टर में भारतीय टीम होटल के बाहर फैंस द्वारा लिए गए वीडियो क्लिप्स में पंत के दाहिने पैर को एक बड़े जूते में ढका हुआ दिखाया गया।
पंत 31 जुलाई से शुरू होने वाले ओवल में अंतिम टेस्ट में भी नहीं खेल पाएंगे। ध्रुव जुरेल मैनचेस्टर में पंत की जगह विकेटकीपिंग करेंगे। उन्होंने लॉर्ड्स टेस्ट में पंत के पहले दिन के दूसरे सत्र में बाएं हाथ की तर्जनी उंगली चोटिल होने के बाद अधिकांश समय विकेटकीपिंग की थी। हालांकि तब दोनों पारियों में पंत बल्लेबाजी के लिए आए थे, लेकिन फिलहाल इस मैच में उनका बल्लेबाजी करना भी मुश्किल लग रहा है।
2017 से ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में नियम में बदलाव आया था जिसके बाद से मैच के दौरान विकेटकीपर को चोट लगने पर दल में मौजूद विशेषज्ञ विकेटकीपर से सब्सटिट्यूट किया जा सकता है, लेकिन वह सिर्फ कीपिंग कर सकता है।
बल्लेबाज़ी करने की अनुमति उस सब्सटिट्यूट विकेटकीपर की नहीं होती है। अगर पंत बल्लेबाजी कर पाने में सक्षम रहते हैं तो वही करेंगे नहीं तो फिर भारत को एक कम बल्लेबाज के साथ दोनों पारियों में उतरना पड़ेगा।
भारतीय पारी के 68वें ओवर की चौथी गेंद पर पंत, क्रिस वोक्स के ख़िलाफ़ रिवर्स स्वीप करने गए लेकिन लेग बिफोर की अपील नकारे जाने के बाद इंग्लैंड ने पंत के खिलाफ रिव्यू लिया जो कि नाकाम रहा। हालांकि इसके बाद पंत दर्द से कराहते नजर आए। गेंद पंत के बल्ले पर लगकर दाएं पैर के जूते पर लग गई थी।
रिव्यू नाकाम होने के बाद पंत ने तुरंत ही अपना जूता उतार लाया और फिजियोको मैदान पर बुलाया गया। फिजियो द्वारा जांच किए जाने के दौरान दर्द में नजर आने के साथ ही पंत को चलने में भी काफी परेशानी हो रही थी। उनके पैर में सूजन नजर आ रही थी। पंत ने फिजियो के कंधे के सहारे मैदान से बाहर जाने की कोशिश की लेकिन स्थिति इतनी खराब थी कि उन्हें मैदान से बाहर ले जाने के लिए गोल्फ कार्ट बुलाना पड़ा। मैदान में मौजूद मेडिकल स्टाफ के देखने के बाद उन्हें स्कैन के लिए अस्पताल भेजा गया।
रिटायर्ड हर्ट होने से पहले पंत 48 गेंदों पर 37 रन बनाकर खेल रहे थे और साई सुदर्शन के साथ मिलकर दूसरे सत्र में लगे तीन झटकों से भारतीय पारी को उबारने का प्रयास कर रहे थे। पंत के रिटायर्ड हर्ट होने से पहले दोनों के बीच 72 रनों की साझेदारी हो चुकी थी और उस समय भारत का स्कोर 212 रन पर 3 विकेट था।
उस समय मैदान पर मौजूद इंग्लैंड के स्पिनर लियाम डॉसन ने दिन के खेल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंत के जल्दी ठीक होने की कामना की, लेकिन यह भी कहा कि शायद ही वह इस मैच में आगे हिस्सा ले पाएं।वहीं उस समय पंत के साथ नॉन स्ट्राइक पर मौजूद साई सुदर्शन ने कहा, ''वह निश्चित रूप से बहुत दर्द में थे।
उन्हें स्कैन के लिए अस्पताल भेजा गया है। स्कैन के रिजल्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।''
उन्होंने आगे कहा, ''वह बहुत अच्छा खेल रहे थे और अगर वह कल बल्लेबाज़ी के लिए नहीं आते हैं तो निश्चित रूप से प्रभाव पड़ेगा। हालांकि हमारे पास अभी भी कुछ अच्छे बल्लेबाज और ऑलराउंडर हैं। तो हम लंबे समय तक बल्लेबाजी कर उस नुकसान को भरने की कोशिश करेंगे।''(एजेंसी)