कोलकाता। भारतीय कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा ने विंडीज के खिलाफ पहले ट्वंटी-20 मुकाबले की पूर्व संध्या पर शनिवार को स्वीकार किया कि सीरीज में उन्हें अनुभवी विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी की कमी महसूस होगी लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि युवा ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक उनकी जगह संभालने में सक्षम हैं।
धोनी को पहली बार इस तरह टीम से हटाया गया है जिसके बाद पंत और कार्तिक के पास उनकी जगह लेने का मौका है। रोहित ने कहा कि धोनी पिछले कई वर्षों से भारतीय टीम के लिए सबसे बड़े और प्रभावशाली खिलाड़ी रहे हैं। मध्यक्रम और स्टम्प्स के पीछे उनकी कमी महसूस होगी लेकिन उनकी अनुपस्थिति में पंत और कार्तिक दोनों के पास खुद को साबित करने का मौका रहेगा।
दिलचस्प है कि विंडीज के खिलाफ सीरीज से पहले एशिया कप में नियमित कप्तान विराट कोहली को विश्राम दिए जाने के बाद जब रोहित ने कप्तानी संभाली थी तब धोनी उनकी टीम में थे और रोहित ने अपनी कप्तानी में भारत को एशिया कप का चैंपियन बनाया था।
रोहित ने कहा कि ऋषभ और दिनेश ने ट्वंटी-20 में अच्छा किया है चाहे फिर उनकी राज्य टीमों (दिल्ली और तमिलनाडु) की बात हो या फिर उनकी आईपीएल टीमों की बात हो। हम विश्व कप में सीमित संसाधनों के साथ नहीं जा सकते। हमें अपने विकल्प खुले रखने होंगे।
भारतीय कप्तान ट्वंटी-20 सीरीज में विंडीज से कुछ चिंतित नजर आते हैं। आंद्रे रसेल, कीरोन पोलार्ड और कार्लोस ब्रैथवेट के आने से कैरेबियाई टीम उन टीमों से बदली नजर आ रही है जिन्हें टेस्ट में 2-0 से और वनडे में 3-1 से हार का सामना करना पड़ा था।
रोहित ने कहा कि यह सिर्फ रसेल और पोलार्ड की बात नहीं है, बल्कि बाकी खिलाड़ियों ने काफी ट्वंटी-20 क्रिकेट खेली है और उनकी अपनी लीग है, उनके पास ज्यादा अनुभव है और यह ऐसा फॉर्मेट है जिसे वे सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। यह सीरीज हमारे लिए आसान नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि हमें उनकी मजबूती और कमजोरियों को समझना होगा लेकिन हम उनके बारे में सोचने से ज्यादा अपनी टीम और अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करेंगे। मुझे लगता है कि वे एक खतरनाक टीम हैं, मौजूदा विश्व चैंपियन हैं और जब ट्वंटी-20 की बात हो तो वे दुनिया की मजबूत टीमों में से एक हैं।
अपनी कप्तानी के लिए रोहित ने कहा कि विराट की गैरमौजूदगी में जब भी उन्हें कप्तानी संभालने का मौका मिला है, इससे उन्हें अपने खेल को सुधारने में मदद मिली है। इससे आप पर जिम्मेदारी आती है और आप अपने प्रदर्शन से टीम का नेतृत्व करते हैं।
रोहित ने कहा कि मैं यह भी समझता हूं कि मैं खिलाड़ी पहले हूं और कप्तान बाद में हूं। एक खिलाड़ी के रूप में मेरा काम टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करना है लेकिन कप्तानी से मुझे अपने खेल और टीम साथियों को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिली है। (वार्ता)