जबसे रोहित शर्मा ने टीम इंडिया की बागडोर अपने हाथों में ली है तब से एक अलग तरह की उर्जा टीम में आ गई है। दिलचस्प बात यह है कि जब रोहित शर्मा कप्तानी करते हैं तो टीम अविजित रहती है।
इसके साथ ही जब कोई दूसरा कप्तान कप्तानी करता है तो वह बात नहीं रहती। रोहित शर्मा के अलावा सिर्फ हार्दिक पांड्या ही ऐसे कप्तान रहे हैं जिनकी कप्तानी में इस साल भारत सीरीज जीत पाया है।
13 लगातार टी-20 जीतने वाले पहले कप्तान
टी-20 विश्वकप 2021 के बाद न्यूजीलैंड को 3-0 से पछाड़ कर वेस्टइंडीज को 3-0 से हराकर इस साल भारत टी-20 की नंबर 1 टीम बन गया था। इसके बाद श्रीलंका से भी भारत 3-0 से टी-20 सीरीज जीता।
जब रोहित शर्मा भारत के अस्थायी कप्तान थे तो बांग्लादेश से साल 2019 में 2 टी-20 मैच जीते थे। वहीं कल रोहित शर्मा की बतौर कप्तान वापसी हुई और इंग्लैंड को पहला टी-20 50 रनों से हारना पड़ा। रोहित शर्मा बतौर कप्तान लगभग 9 महीने से अविजित है।
कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के कारण इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट से बाहर रहे भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया।
भारत ने हार्दिक (33 गेंद में छह चौकों और एक छक्के से 51 रन) के करियर के पहले अर्धशतक से आठ विकेट पर 198 रन बनाए। उन्होंने सूर्यकुमार यादव (39) के साथ चौथे विकेट के लिए 37 और अक्षर पटेल (17) के साथ पांचवें विकेट के लिए 45 रन की साझेदारी की। सूर्यकुमार ने दीपक हुड्डा (33) के साथ भी तीसरे विकेट के लिए 43 रन जोड़े।
इंग्लैंड की ओर से क्रिस जॉर्डन सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने चार ओवर में 23 रन देकर दो विकेट चटकाए। मोईन अली ने उनका अच्छा साथ निभाते हुए दो ओवर में 26 रन देकर दो विकेट हासिल किए।
इंग्लैंड की टीम इसके जवाब में हार्दिक (33 रन पर चार विकेट) के करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के सामने मोईन अली (36) और हैरी ब्रूक (28) की उम्दा पारियों के बावजूद 19.3 ओवर में 148 रन पर ढेर हो गई। पदार्पण कर रहे अर्शदीप सिंह (18 रन पर दो विकेट) और युजवेंद्र चहल (32 रन देकर दो विकेट) ने हार्दिक का अच्छा साथ निभाते हुए दो-दो विकेट चटकाए।