सचिन तेंदुलकर ने 'विवादित जमीन' पर वित्तीय हितों से किया इनकार

Webdunia
मंगलवार, 19 जुलाई 2016 (20:21 IST)
नई दिल्ली। क्रिकेटर से राज्यसभा सदस्य बने सचिन तेंदुलकर ने मंगलवार को पुष्टि की कि उन्होंने उस बैठक में हिस्सा लिया था, जिसमें उन्होंने मसूरी में अपने दोस्त के आवास के संबंध में हो रही परेशानियों को सुलझाने में मदद का आग्रह किया था। 
इस संबंध में प्रकाशित रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया करते हुए तेंदुलकर के प्रवक्ता ने बयान जारी किया, जिसमें हालांकि दावा किया गया है कि इस क्रिकेटर के लैंढोर कैंट में स्थित इस भूमि में किसी तरह के आर्थिक हित नहीं जुड़े हैं। बयान में यह नहीं बताया गया है कि तेंदुलकर ने सरकार में किसके साथ मुलाकात की थी। 
 
इसमें कहा गया है, तेंदुलकर ने बैठक में हिस्सा लिया जिसके बाद उन्होंने (अपने मित्र) नारंग के लैंढोर में बने आवास के संबंध में लंबित विवाद को लेकर रक्षा मंत्रालय को लिखित आग्रह किया था। रिपोर्टों में कहा गया है कि तेंदुलकर जब रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर से मिले थे तो उन्होंने व्यवसायी संजय नारंग की तरफ से डीआरडीओ के करीब स्थित भूमि को लेकर चल रहे सुरक्षा विवाद को सुलझाने के लिए हस्तक्षेप करने की कोशिश की थी। 
 
तेंदुलकर के एक प्रवक्ता ने कहा कि उनके नारंग के साथ किसी तरह के व्यावसायिक संबंध नहीं हैं। नारंग लैंढोर स्थित संपत्ति डहलिया बैंक के मालिक हैं जिस पर कथित रूप से निर्माण संबंधी नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है। बयान में कहा गया है, सचिन तेंदुलकर के संजय नारंग के साथ वर्तमान में कोई व्यावसायिक संबंध नहीं हैं और उनके लैंढोर कैंट से किसी तरह के आर्थिक हित नहीं जुड़े हैं। (भाषा)

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख