ढाका:बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन 31 मई से शुरू हो रही ढाका प्रीमियर लीग (डीपीएल) में भाग लेने के चलते पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के शेष हिस्से में नहीं खेलेंगे। उनके अलावा महमूदुल्लाह और लिटन दास भी शेष पीएसएल में भाग नहीं लेंगे, जो जून की शुरुआत में दोबारा शुरू हो रही है।तीनों बंगलादेशी खिलाड़ियों को विभिन्न पीएसएल फ्रेंचाइजियों की ओर से रिप्लेसमेंट ड्राफ्ट में चुना गया था।
जहां शाकिब को लाहौर कलंदर्स, वहीं महमूदुल्लाह को मुल्तान सुल्तांस और लिटन दास को कराची किंग्स ने चुना था। समझा जाता है कि डीपीएल की एक प्रमुख फ्रेंचाइजी मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब (एमएससी) ने मंगलवार को बंगलादेश क्रिकेट बोर्ड मुख्यालय में आकर ढाका महानगर क्रिकेट समिति को एक पत्र सौंपा है, जिसमें कहा गया है कि अनुभवी ऑल राउंडर शाकिब अल हसन उनकी तरफ से डीपीएल में हिस्सा लेना चाहते हैं।
मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब के उच्चाधिकारी तरीकुल इस्लाम टीटो ने एक बयान में कहा, “ हमने शाकिब द्वारा साइन किया गया एक पत्र ढाका महानगर क्रिकेट समिति को सौंपा है, जिसमें शाकिब ने कहा है कि वह हमारे लिए प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक हैं। वह पीएसएल में नहीं खेलेंगे।
इसके बजाय उन्होंने डीपीएल में हमारी टीम का हिस्सा बनने का विकल्प चुना है। वह एक स्वतंत्र खिलाड़ी हैं, क्योंकि वह प्रतिबंध के कारण 2019-20 डीपीएल का हिस्सा नहीं थे और अब चूंकि वह भाग लेने के लिए योग्य हैं, इसलिए हमने उन्हें अपनी टीम में लेने की इच्छा व्यक्त की है, हालांकि बंगलादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने उनके लिए हमें एनओसी नहीं दी है, लेकिन हमें जल्द ही अनुमति मिलने की उम्मीद है। ”
महमूदुल्लाह और लिटन की भी पीएसएल में खेलने की संभावना बहुत कम लग रही है, क्योंकि वह डीपीएल के स्थगित होने से पहले इसमें अपने-अपने क्लब के लिए खेल रहे थे। बीसीबी के सूत्रों के मुताबिक उनके संबंधित क्लबों द्वारा किसी भी कीमत पर उन्हें छोड़ने की संभावना नहीं है।उल्लेखनीय है कि गत वर्ष 19 मार्च तक एक दौर के मुकाबले होने के बाद कोरोना महामारी के कारण डीपीएल को स्थगित कर दिया गया था।(वार्ता)