गेंद अगर शार्दुल ठाकुर के हाथ में हो तो कभी भी कुछ भी हो सकता है। पहले वनडे में जहां इंग्लैंड 318 रनों के लक्ष्य का पीछा करने की जल्दी में दिख रही थी और ऐसा लग रहा था कि मैच जल्दी खत्म हो जाएगा ठाकुर इंग्लैंड और जीत के बीच आकर खड़े हो गए।
इंग्लैंड 22 ओवर में दो विकेट खोकर 169 रन बना चुकी थी। फिर आए शार्दुल ठाकुर उन्होंने पहले तो 94 रनों पर खेल रहे जॉनी बेरेस्टो को आउट करके टीम इंडिया को सफलता दिलाई। इसके बाद एक ही ओवर में कप्तान इयॉन मॉर्गन और जोस बटलर के दो बड़े विकेट लेकर टीम इंडिया को मैच में वापस ले आए।
उनके इस प्रदर्शन की बदौलत जहां इंग्लैंड को जीतने के लिए महज 5 रन प्रति ओवर की दरकार थी अब समाचार लिखे जाने तक वह 6 रन तक हो चुकी है। भारत दबाव बनाना शुरु कर चुका है।
यह पहली बार नहीं है कि इस दौर में शार्दुल ठाकुर ने यह चमत्कार पहली बार किया हो। चौथे और पांचवे टी-20 में भी नाजुक मौकों पर ठाकुर ने टीम इंडिया की वापसी कराई थी।
टी-20 सीरीज में शार्दुल ठाकुर ने सर्वाधिक 8 विकेट चटकाए हैं लेकिन यह सिर्फ संख्या के बल से नहीं आंका जा सकता। उन्होंने अहम मौकों पर विकेट चटकाएं हैं जब पासा किसी भी तरफ पलट सकता था। चौथे मैच में बेन स्टोक्स और इयॉन मॉर्गन को लगातार दो गेंदो में आउट कर शार्दुल ने मैच का रुख भारत की तरफ मोड़ दिया था। पांचवे टी-20 में भी शार्दुल ने खतरनाक जॉनी बेरेस्टो को 7 रनों पर पवैलियन भेजा और सेट बल्लेबाज डेविड मलान (68 रन )का मिडल स्टंप उखाड़कर टीम इंडिया को मैच में वापस ले आए।
इससे पहले खराब फॉर्म के कारण दबाव में चल रहे शिखर धवन के 98 रन और अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले कृणाल पंड्या के आक्रामक अर्धशतक की मदद से भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले मैच में मंगलवार को पांच विकेट पर 317 रन बनाये।(वेबदुनिया डेस्क)