लंदन: भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली का मानना है कि विराट कोहली को फिर से रन बनाने के लिए "अपना फ़ॉर्म ढूंढना होगा" जबकि भारत के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ आशीष नेहरा को लगता है कि नए सिरे से वापसी करने के लिए ब्रेक लेने में कोई बुराई नहीं है।
कोहली को पहले ही वेस्टइंडीज़ में वनडे और टी20 सीरीज़ से आराम दिया जा चुका है, जिसका मतलब है कि वह लगभग एक महीने के लिए क्रिकेट से दूर रहेंगे। गांगुली ने कहा , "हां, उसके लिए कठिन समय रहा है और वह यह जानता है। वह ख़ुद एक महान खिलाड़ी रहा है। वह ख़ुद अपने मानकों को जानता है और उसके अनुरुप प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। मैं उसे वापसी पर अच्छा प्रदर्शन करते हुए देख रहा हूं, लेकिन उसे अपना फ़ॉर्म ढूंढना होगा और सफल होना होगा, जो वह पिछले 12-13 साल या उससे ज़्यादा समय से करता आया है और ऐसा केवल विराट कोहली ही कर सकता है।
"ये चीज़ें खेल में होंगी। यह सबके साथ हुआ है। यह सचिन (तेंदुलकर) के साथ हुआ है, यह राहुल (द्रविड़) के साथ हुआ है, यह मेरे साथ हुआ है, यह कोहली के साथ हुआ है। यह भविष्य के खिलाड़ियों के साथ भी होगा। यह खेल का हिस्सा है और मुझे लगता है एक खिलाड़ी के तौर पर बस ज़रूरी है - सुनिए, यह क्या है इससे जानकार रहिए और जाइए अपने अंदाज़ में खेलिए।"
कोहली पिछले कुछ वर्षों से क्रिकेट के सभी प्रारूपों में एक ख़राब दौर से गुज़र रहे हैं। उनका आख़िरी अंतर्राष्ट्रीय शतक 2019 में आया था। आईपीएल में साधारण प्रदर्शन के बाद उन्होंने इस महीने की शुरुआत में हुए एजबेस्टन टेस्ट में 11 और 20 रन बनाए। इसके बाद इंग्लैंड के ख़िलाफ़ दूसरे और तीसरे टी20 में उन्होंने 1 और 11 रन बनाए। कमर में खिंचाव के कारण वह पहले वनडे से बाहर रहे और गुरुवार को दूसरे मैच में भी वह सस्ते में आउट हो गए।
हाल ही में भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव ने भारत की टी20 एकादश में कोहली की जगह पर सवाल उठाए थे, विशेष रूप से कई इन-फ़ॉर्म खिलाड़ी टीम में जगह पाने के लिए जूझ रहे थे। नेहरा ने कहा कि कोहली को इस तरह की चर्चाओं को अपने दिमाग़ से बाहर रखना चाहिए और केवल अपने खेल पर ध्यान देना चाहिए।
आशीष नेहरा ने दी आराम की सलाह
नेहरा ने सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क से वर्चुअल बातचीत में कहा, "जब आप प्रदर्शन नहीं कर रहे होते हैं, तब चर्चा होगी, भले ही आप कोहली के स्तर के खिलाड़ी न हों। जब आप प्रसारण, अख़बार के लिए काम कर रहे होते हैं, तो यह हर दिन छप रहा होता है और जब आप खेल रहे होते हैं, तो आप अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करते हैं और ड्रेसिंग रूम के बाहर के लोगों की तथाकथित बाहरी आवाज़ों को नहीं सुनते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आप ड्रेसिंग रूम में कैसे हैं और आपके टीम के साथी, प्रबंधन और चयनकर्ता आपका समर्थन कैसे कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं विराट जैसे खिलाड़ी की। हां, यह कहीं नहीं लिखा है कि विराट कोहली रन न बनाने पर भी भारत के लिए खेलते रहेंगे। ऐसा नहीं होगा लेकिन जब आपने अतीत में इतना कुछ किया है, तो आपको हमेशा अतिरिक्त मौक़े मिलेंगे।"
नेहरा ने माना कि कोहली के लिए इस फ़ॉर्म से बाहर निकलने का सबसे अच्छा तरीक़ा एक ब्रेक होगा और उन्होंने एशिया कप के लिए एक "अलग विराट कोहली" को देखने की उम्मीद की। नेहरा ने कहा, "हर कोई जानता है कि आपने क्या किया है और आपके पास प्रतिभा है। 33-34 साल की उम्र में फ़िटनेस उसके लिए कोई समस्या नहीं है। सभी को उम्मीद है कि विराट जितनी जल्दी अच्छी वापसी करेंगे, उतना ही अच्छा होगा। चलिए उम्मीद करते हैं कि वेस्टइंडीज़ सीरीज़ के बाद हम एक अलग विराट को देखें। अगर वह एक महीने या पांच हफ़्ते आराम करता है तो यह उसके लिए मददगार होगा और अगर आप रन नहीं बनाते हैं तो कोई भी खिलाड़ी दबाव में होगा, ख़ासकर विराट जैसा खिलाड़ी। यह सिर्फ़ 1-2 सीरीज़ नहीं हुई है, 12 महीने हो गए हैं।
उन्होंने आगे कहा, "आराम कोई बुरी बात नहीं है, आपने सिर्फ़ आईपीएल खेला और फिर आपने टेस्ट, सीमित ओवरों का क्रिकेट खेला। यह देखना अच्छा है कि विराट को ब्रेक मिल रहा है। ब्रेक का मतलब एक हफ़्ते का ब्रेक या तीन दिन का ब्रेक नहीं है। जब आप एशिया कप में वापस आओगे तो आप नए सिरे से वापसी करोगे।" भारत के ऑफ़ स्पिनर आर अश्विन का मानना है कि कोहली पिछले कुछ वर्षों में "शानदार बल्लेबाज़ी" कर रहे हैं, इसके बावजूद कि आंकडे़ क्या कहते हैं। अश्विन कहते हैं कि मैदान पर कोहली की उर्जा पूरे टीम में जोश भरने का काम करती है।
पूर्व कोच रवि शास्त्री सहित कई पूर्व खिलाड़ियों ने सुझाव दिया कि कोहली को क्रिकेट से ब्रेक की ज़रूरत है, कोहली ख़ुद सहमत थे कि वह मानसिक रूप से ख़ुद को फिर से तरोताज़ा करने के लिए कुछ समय निकाल सकते हैं। एजबेस्टन टेस्ट के बाद इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पहले टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच के लिए उन्हें आराम दिया गया था और वे वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 22 जुलाई से शुरू होने वाली सफ़ेद गेंद की सीरीज़ में नहीं खेलेंगे।
अश्विन ने कहा सिर्फ शतक से जूझे हैं विराट
रवि अश्विन ने द वॉनी एंड टफ़र्स क्रिकेट क्लब पॉडकास्ट पर कहा, "जितना अधिक वह खेल में बना रहता है और जितना अधिक जोश में होता है, वह उतनी ही बेहतर बल्लेबाज़ी करता है। मेरा मानना है कि पिछले ढाई साल से या जो भी समय मानकर चला जा रहा हो, भले ही उसने शतक नहीं बनाया हो, फिर भी मुझे विश्वास है कि वह ख़ूबसूरती से बल्लेबाज़ी कर रहा है। वह जिस तरह से बल्लेबाज़ी कर रहा है, उससे लग रहा है कि उसने पिछली पारी में ही दोहरा शतक लगाया है। कभी-कभी ऐसा हो सकता है, एक बल्लेबाज़ के तौर या एक क्रिकेटर के तौर पर आप अच्छी गेंदबाज़ी कर रहे होंगे लेकिन विकेट किसी और ने ले लिया होता है।"
अश्विन ने आगे कहा, "उसकी ऊर्जा बहुत संक्रामक है। कभी-कभी भारत में गेंदबाज़ी करते हुए - जैसे हाल ही में हमने कुछ टेस्ट मैच खेले थे, मुझे ठीक से याद नहीं है - वह उन मैचों में नहीं खेल रहा था और मैंने उसे मैदान पर मिस किया था। शॉर्ट मिडविकेट पर खड़ा व्यक्ति सिंगल्स को रोकता है, कैच को ढूंढता। उसे वह पसंद है और जब वह ऐसा करता है तो वह निश्चित रूप से बेहतर बल्लेबाज़ी भी करता है, और इस नज़रिए से मैं उसे देखता हूं।"
(वार्ता)