वानखेड़े स्टेडियम पर खेले गए दूसरे टेस्ट में इन खिलाड़ियों को चला सिक्का

Webdunia
सोमवार, 6 दिसंबर 2021 (12:30 IST)
ऑफ स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन और जयंत यादव के चार-चार विकेटों की बदौलत भारत ने न्यूज़ीलैंड को दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच के चौथे दिन सुबह के सत्र ,में 167 रन पर ढेर कर 372 रन से विशाल जीत हासिल की और दो मैचों की सीरीज को 1-0 से जीत लिया। भारत की यह लगातार 14 वीं घरेलू सीरीज जीत है।

यह रनों के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी जीत भी है। आधी टीम कल ही पवेलियन लौट गई थी, जबकि आ‍धी टीम ने आज पहले सत्र में ही घुटने टेक दिए। यह मैच एजाज पटेल के लिए याद रखा जाएगा, जिन्‍होंने पहली पारी में 10 विकेट निकालकर इतिहास के पन्‍नों में अपना नाम लिखवा लिया था।

दूसरी ओर, मयंक अग्रवाल जिन्‍होंने पहली पारी में शतक और दूसरी पारी में अर्धशतक लगाया। आज चार विकेट जयंत यादव ने चटकाए। वहीं अश्विन ने पारी का आखिरी विकेट लिया, जो उनका घरेलू जमीन पर 300वां टेस्‍ट विकेट रहा।मयंक अग्रवाल को प्लेयर ऑफ द मैच और अश्विन को प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार मिला।

भारत के नजरिए से देखा जाए तो इस सीरीज की जीत में भारत किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं रहा। दूसरे टेस्ट में भी कमोबेश यही नजर आया। बल्लेबाजी हो या फिर गेंदबाजी लगभग सभी खिलाड़ियों ने अपना रोल बखूबी निभाया।

पहले टेस्ट में भारत जीत से 1 कदम दूर रह गई थी लेकिन दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम ने यह सुनिश्चित किया कि भारत यह मैच जीते ताकि अंत में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप तालिका में खासी दिक्कत महसूस ना हो।

इस सीरीज में अपने प्रदर्शन से इन खिलाड़ियों ने दिल जीता

मयंक अग्रवाल- पहले टेस्ट में सिर्फ 30 रन बनाने वाले मयंक अग्रवाल पर चयनकर्ताओं की तलवार लटकी थी लेकिन जैसे ही अजिंक्य रहाणे चोटिल होकर बाहर हुए उन्होंने यह मौका दोनों हाथों से लपका।

मयंक अग्रवाल ने पहली पारी में 150 और दूसरी पारी में 62 रन बनाए। दूसरे टेस्ट में उन्होंने कुल 212 रन बनाए। सिर्फ टेस्ट ही नहीं उनके इस प्रदर्शन के कारण वह सीरीज के टॉप स्कोरर हो गए हैं।

अक्षर पटेल-  पहली पारी में अक्षर पटेल ने मयंक अग्रवाल के साथ सातवें विकेट के लिए 67 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की जिससे भारत मुश्किल से निकल पाया। अक्षर पटेल ने पहली पारी में 128 गेंदो में 5 चौके और 1 छक्का की मदद से 52 र बनाए थे।

इसके बाद गेंदबाजी में उन्होंने भले ही वह कमाल नहीं किया हो जिसके लिए वह जाने जाते हैं लेकिन बिना विकेट चटकाए पवैलियन नहीं लौटे। पहली पारी में 2 तो दूसरी पारी में उन्होंने 1 विकेट चटकाया।

रविंचंद्रन अश्विन-  घरेलू पिच पर रविचंद्रन अश्विन की महत्ता बनी हुई है। दूसरे टेस्ट में भी अश्विन की फिरकी के आगे न्यूजीलैंड बेबस नजर आयी। पहली पारी में रविचंद्रन अश्विन ने 8 ओवर में 8 रन देकर 4 विकेट चटकाए। वहीं दूसरी पारी में 22.3 ओवर में 34 रन देकर 4 विकेट लिए।

हालांकि इस मैच में वह बल्ले से कमाल नहीं दिखा सके लेकिन रविंचंद्रन अश्विन को सीरीज में ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज का पुरुस्कार दिया गया।

ऐजाज पटेल - भारतीय टीम की पहली पारी में ऐसा लग रहा था कि जब ऐजाज पटेल गेंदबाजी कर रहे हैं तो एक अलग पिच है लेकिन जब दूसरे गेंदबाज गेंदबाजी करने के लिए सामने आते हैं तो एक अलग पिच है।

पहले दिन जब ऐजाज 4 विकेट लेकर पवैलियन लौटे तो उन्होंने सोचा भी नहीं था कि अगले दिन वह एक पारी में 10 विकेट लेने वाले टेस्ट क्रिकेट के तीसरे गेंदबाज बन जाएंगे। लेकिन जैसे जैसे वह विकेट लेते गए वैसे वैसे वह इस कारनामे के करीब आते गए। सिराज का विकेट लेने के बाद उन्होंने यह कारनामा किया।

47.5 ओवरों में उन्होंने 119 रन देकर 10 विकेट लिए। यही नहीं दूसरी पारी में भी उन्होंने भारतीय टीम के पहले 2 विकेट लिए। ऐसा लग रहा था कि कोई कीवी गेंदबाज  इस टेस्ट में विकेट ले ही नहीं पाएगा। दूसरी पारी में उन्होंने 106 रन देकर 4 विकेट लिए।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

INDvsNZ सीरीज के बाद इन 4 में से 2 सीनियर खिलाड़ियों हमेशा के लिए होंगे ड्रॉप

पहले 68 साल में सिर्फ 2 टेस्ट तो भारत में इस सीरीज के 10 दिनों में 3 टेस्ट मैच जीती न्यूजीलैंड

IPL को रणजी के ऊपर तरजीह देने के कारण ROKO हुए बर्बाद, सचिन गांगुली नहीं करते ऐसी गलती

श्रीलंका और भारत में टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गंभीर पर उठ रहे सवाल

टेस्ट इतिहास का सबसे अनचाहा रिकॉर्ड बनने पर रोहित शर्मा बोले यह सबसे खराब दौर

सभी देखें

नवीनतम

चैंपियन्स ट्रॉफी के लिए Hybrid Model पर होगी कल अंतिम चर्चा, बात नहीं बनी तो यह होगा विकल्प

टीम इंडिया के यह सीनियर खिलाड़ी मिले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री से (Video)

न्यूजीलैंड टेस्ट टीम में वापसी पर केन विलियमसन 7 रनों से चूके शतक

गुकेश ने तीसरी बाजी जीत कर लिरेन पर मानसिक बढ़त बनायी

30 लाख में भी नहीं बिकने पर दुखी थे उर्विल जबकि पिछले साल 27 नवंबर को ही मारा था शतक

अगला लेख