श्रीलंका ने कप्तान दासुन शनाका (47) और सलामी बल्लेबाज पथुम निसांका (75) की विस्फोटक फिनिश से 20 ओवर में पांच विकेट पर 183 रन का बड़ा स्कोर बना लिया।लेकिन भारत ने 17.1 ओवर में तीन विकेट पर 186 रन बनाकर जीत अपने नाम की।
भारत की यह लगातार 11वीं टी-20 जीत है इसके अलावा रोहित शर्मा की कप्तानी (अस्थायी और स्थायी) में भी भारत की यह लगातार 11वीं टी-20 जीत है। रोहित शर्मा की कप्तानी में आखिरी बार भारत टी-20 मैच दिल्ली में बांग्लादेश के खिलाफ साल 2019 में हारा था। भारत ने इस तरह घरेलू जमीन पर लगातार सातवीं टी 20 सीरीज जीत हासिल की।
काबिल ए तारिफ बात यह है कि भारत इस सीरीज में विराट कोहली, ऋषभ पंत, दीपक चाहर, सूर्यकुमार यादव जैसे मुख्य खिलाड़ियों के बिना खेला है और 2-0 की बढ़त पहले ही पा चुका है।
84 रनों का बड़ा लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और दोनों सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और ईशान किशन सस्ते में आउट हो गए थे। लेकिन श्रेयस अय्यर और संजू सैमसन ने भारत को जीत की दहलीज पर पहुंचाया। अंत में जड़ेजा की तूफानी पारी से भारत ने श्रीलंका को 7 विकेट से हराकर सीरीज में 2-0 की बढ़त ले ली। अगला टी-20 रविवार को ही धर्मशाला में खेला जाएगा।
इस टी-20 सीरीज के दूसरे मैच में इन खिलाड़ियों ने भारत के लिए मुश्किल जीत को बनाया आसान
श्रेयस अय्यर- पिछले मैच में श्रेयस अय्यर ने 28 रनों पर नाबाद 57 रनों की पारी खेली थी आज तो उन्होंने इससे भी धुंआधार पारी खेली और आउट नहीं हुए। अय्यर ने 44 गेंदो में 6 चौके और 4 छक्कों की मदद से 74 रन बनाए। उनके फॉर्म को देखते हुए लग रहा है कि लंका के गेंदबाज उनको तीसरे टी-20 में भी आउट नहीं कर पाएंगे।श्रेयस अय्यर को इस धुंधाधार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच का पुरुस्कार मिला।
संजू सैमसन- पिछले मैच में संजू सैमसन को बल्लेबाजी नहीं मिली थी। लेकिन आज जब उनको बल्लेबाजी मिली तो उन्होंने श्रेयस अय्यर के साथ खासी लंबी साझेदारी की। सैमसन ने मात्र 25 गेंदों पर दो चौके और तीन छक्के उड़ाते हुए 39 रन बनाये जबकि जडेजा ने 18 गेंदों पर सात चौके और एक छक्का लगाते हुए नाबाद 45 रन बनाये। सैमसन ने 13वें ओवर में कुमारा की गेंदों पर तीन छक्के उड़ाने के बाद बी फर्नांडो के हाथों एक बेहतरीन कैच पर आउट हुए।
रविंद्र जड़ेजा- श्रेयस अय्यर और संजू सैमसन के बाद असली धमाका रविंद्र जड़ेजा ने किया। अय्यर और सैमसन से भी तेज पारी रविंद्र जड़ेजा ने खेली। जडेजा ने 18 गेंदों पर सात चौके और एक छक्का लगाते हुए नाबाद 45 रन बनाये। जडेजा ने 16वें ओवर में लगातार चार चौके मारे।विजयी चौका रविंद्र जड़ेजा ने ही मारा।