ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट में जो क्रिकेटर आज की तारीख में उनके फैंस और मैनेजमेंट की आंखो की किरकिरी बने हैं वह कोई और नहीं बल्कि उनके टेस्ट कप्तान और विकेटकीपर टिम पेन हैं। इस साल के शुरुआत में टिम पेन भारत के खिलाफ लगातार दो बार बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी हारने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान बन गए थे।
पहले टेस्ट में भारतीय टीम अपने न्यूनतम टेस्ट स्कोर 36 रनों पर आउट हो गई थी और किसी को यकीन नहीं था कि चौथा टेस्ट खत्म होने तक वह यह सीरीज 2-1 से जीतने में कामयाब होगी।
भारतीय टीम के सामने मुश्किलें कम नहीं थी पहले टेस्ट के बाद विराट कोहली पितृत्व अवकाश के लिए भारत रवाना हो गए और कप्तानी अजिंक्य रहाणे ने संभाली। इसके अलावा लगातार चोटिल होते हुए खिलाड़ियों की लिस्ट लगातार बढ़ती गई। हालात ऐसे हो गए कि गाबा में खेले जाने वाले अंतिम टेस्ट में भारत के गेंदबाजों का कुल अनुभव 10 टेस्ट का भी नहीं था।
लेकिन इसके बावजूद टीम इंडिया ने ब्रिस्बेन में 32 साल से अविजित ऑस्ट्रेलिया को धूल चटा दी। इस हार के बाद कोच लैंगर सहित ऑस्ट्रेलिया फैंस का गुस्सा टिम पेन को झेलना पड़ा और उनकी कप्तानी पर सवाल उठने लगे।
टिम पेन को एक कप्तान के तौर पर बहुत सहूलियत मिली यहां तक की वह तीन टॉस जीते लेकिन मैच सिर्फ 1 ही जीत सके। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कप्तानी में वह लकीर के फकीर हैं। क्रिकेट के पुराने नियमों का आंख मूंद कर पालन कर रहे थे।
सीरीज हार के करीब 4 महीने बाद टिम पेन ने भुला देने वाली हार पर बात की।क्रिकेट.एयू को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि भारत ने चौथे टेस्ट से पहले ही उनका ध्यान भटकाने की कोशिश की और गाबा में ना जाने की बात कही। इससे हमें मालूम ही नहीं था कि चौथा टेस्ट वहां खेला जाएगा भी या नहीं।
पेन ने न्यूज.कॉम.एयू से कहा, वे आपको बेमतलब की बातों में फंसाने में माहिर है और ऐसी बातों से आपका ध्यान भटकाने की कोशिश करते हैं जो वास्तव में कोई मायने नहीं रखती हैं और उस श्रृंखला में कुछ अवसरों पर हम उनके इस जाल में फंस गये।
उन्होंने कहा, इसका सबसे अच्छा उदाहरण है कि जब उन्होंने कहा कि वे गाबा (ब्रिस्बेन) नहीं जा रहे हैं और तब वास्तव में हम यह नहीं जानते थे कि हम कहां खेलने वाले हैं। वे इस तरह की परिस्थितियां तैयार करने में माहिर है और हमने मैचों से अपना ध्यान हटा दिया।
वह उन असत्यापित रिपोर्टों के बारे में बात कर रहे थे जिनमें दावा किया गया था कि पृथकवास के कड़े नियम होने पर भारतीय टीम ब्रिस्बेन में नहीं खेलेगी। गाबा में हालांकि आखिरी टेस्ट मैच खेला गया और भारत ने 328 रन का रिकार्ड लक्ष्य हासिल करके श्रृंखला अपने नाम की थी।
टिम पेन का भारत से हार पर बयान को सोशल मीडिया पर एक बहाने के तौर पर देखा जा रहा है। जिस कारण उनकी काफी ट्रोलिंग भी हुई।
पेन ने दिया आस्ट्रेलिया के एशेज जीतने पर कप्तानी छोड़ने का संकेत
इसके बाद टिम पेन ने स्टीव स्मिथ को कप्तानी सौंपने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि स्मिथ को ऑस्ट्रेलिया टीम का अगला कप्तान होना चाहिए, अगर वह इस भूमिका में दिलचस्पी रखते है तो मैं उनकी जरूर मदद करूंगा। मैं जब उनकी कप्तानी में खेलता था तो वह एक बेहतरीन कप्तान थे।
पेन ने न्यूज डॉट कॉम डॉट एयू से कहा ,निश्चित तौर पर मैं फैसले नहीं लेता लेकिन मैने जितना समय स्टीव की कप्तानी में खेला, वह शानदार था । वह तकनीक का धनी है।
उन्होंने कहा ,वह बहुत कुछ मेरी तरह ही है ।उसे काफी कम उम्र में कप्तानी सौंप दी गई जिसके लिये वह तैयार नहीं था । लेकिन जब तक मैं आया , वह परिपक्व हो गया था । उसके बाद दक्षिण अफ्रीका वाली घटना (गेंद से छेड़खानी) हो गई । लेकिन मैं उसे अगला कप्तान बनाये जाने का समर्थक हूं ।
पेन ने संकेत दिया कि आस्ट्रेलियाई टीम अगर इस साल एशेज में इंग्लैंड को हरा देती है तो वह पद छोड़ देंगे।
उन्होंने कहा ,कम से कम अगले छह टेस्ट तक तो हूं । मुझे लगेगा कि समय सही है और हम एशेज में आस्ट्रेलिया का सफाया कर देते हैं तो वह जाने का सही समय होगा ।