वैंकटेश अय्यर ने गेंद और बल्ले से दिखा दिया कमाल, हार्दिक पांड्या की जगह खतरे में

Webdunia
रविवार, 21 नवंबर 2021 (23:19 IST)
इस सीरीज की शुरुआत में जिस खिलाड़ी पर सबसे ज्यादा निगाह थी वह वैंकटेश अय्यर थे क्योंकि वह बतौर ऑलराउंडर टीम में शामिल हुए थे। ऐसा माना जा रहा था कि हार्दिक पांड्या की जगह उन्हें लेने का प्रयोग टीम मैनेजमेंट करेगा। अगर यह प्रयोग सफल होता है तो ठीक अन्यथा टीम एक बार फिर हार्दिक पांड्या की ओर रुख करेगी।

सीरीज खत्म होने तक इतना तो समझ आ गया है कि वैंकटेश अय्यर हार्दिक पांड्या की जगह ले सकते हैं और उनमें आगे निवेश टीम इंडिया कर सकती है। हालांकि वैंकटेश अय्यर ने कोई बड़ी पारी नहीं खेली लेकिन उन्होंने झलकियां दिखा दी है।

पहले मैच में तो वह आखिरी ओवर में बल्लेबाजी करने क्रीज पर आए थे और उनको रोहित ने गेंद नहीं थमाई थी। लेकिन 2 गेंदो पर उन्होंने 4 रन बनाए और आउट हो गए। लेकिन उनके 1 चौके से टीम इंडिया लक्ष्य के पास पहुंची।इसके बाद दूसरे टी-20 में उन्होंने 12 गेंदो में नाबाद 11 रन बनाए। गेंदबाजी में उनको रोहित ने फिर गेंद नहीं थमाई थी।

लेकिन तीसरे टी-20 में उन्होंने अपनी छाप थोड़ी और गहरी छोड़ी। उन्होंने 15 गेंदो में 1 चौका और 1 छक्का लगाकर 20 रन बनाए। वह अगर पिच पर थोड़ी देर और ठहरते तो थोड़ी लंबी पारी खेल सकते थे जिससे उनका आत्मविश्वास और बढ़ जाता। हवाई शॉट खेलने के चक्कर में एडम मिल्ने की गेंद पर वह डेरेल मिचेल को कैच थमा बैठे।

हालांकि असली कमाल उन्होंने गेंदबाजी में किया। ओस की मौजूदगी में भी उन्होंने इतनी कमाल की गेंदबाजी की कि भारतीय फैंस खुश हो गए। अय्यर ने गेंदबाजी में 3 ओवरों में सिर्फ 12 रन दिए और एडम मिल्ने का विकेट लिया। यानि की जिस गेंदबाज को उन्होंने आउट किया उसका हिसाब उन्होंने एक ही मैच में विकेट चटकाकर कर दिया।

इस प्रदर्शन से एक बात तो तय है कि हार्दिक पांड्या के नखरे अब नहीं सहन करने वाली। हार्दिक पांड्या के गेंदबाजी ना करने का फल टीम इंडिया हाल में हुए टी-20 विश्वकप में भुगत चुकी है।

टी-20 विश्वकप 2021 में शायद ही किसी भारतीय खिलाड़ी की उतनी चर्चा हुई हो जितनी हार्दिक पांड्या की हुई है। हार्दिक पांड्या की फॉर्म से लेकर फिटनेस तक सब सवालों के घेरे में थी फिर भी विराट कोहली ने उनको जगह दी।

जब तक हार्दिक गेंदबाजी के लिए फिट हो पाते तब तक बहुत देर हो चुकी थी न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने गेंदबाजी की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अफगानिस्तान के खिलाफ जरुर उन्होंने बल्ले से कुछ अच्छे हाथ दिखाए। उन्हें इस बार न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 टीम में मौका ना देकर चयनकर्ताओं ने खतरे की घंटी बजा दी थी और अब वैंकटेश अय्यर के प्रदर्शन के बाद तो उनका विकल्प भी नजर आने लगा है। (वेबदुनिया डेस्क)

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख